लखनऊ। यूपी के डीजी प्रशांत कुमार और आईजी मंजिल सैनी को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर गैलेंट्री अवाई (प्रेसीडेंट मेडल फार गैलेंट्री) से सम्मानित किया जाएगा। इसी तरह प्रदेश के सात पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा और 74 को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति का पदक देकर सम्मानित किया जाएगा। गणतंत्र दिवस के अवसर पर हर साल राज्यों के पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाता है।
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लखनऊ। यूपी के डीजी प्रशांत कुमार (UP DG Law and Order) और IG मंजिल सैनी को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर गैलेंट्री अवाई (Gallantry Award) (प्रेसीडेंट मेडल फार गैलेंट्री) से सम्मानित किया जाएगा। प्रदेश के सात पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा और 74 को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक देकर सम्मानित किया जाएगा।
हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर अलग-अलग राज्यों के पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाता है।
कौन हैं आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार
उत्तर प्रदेश के एडीजी प्रशांत कुमार (UP DG Law and Order ) वर्ष 1990 के आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी छवि तेज तर्रार अधिकारी की है और योगी आदित्यनाथ के करीबियों और भरोसेमंद में से एक हैं। आईपीएस प्रशांत कुमार का जन्म बिहार के सीजन जिले में हुआ। उनका आईपीएस में कर्नाटक कैडर में हुआ पर वर्ष 1994 में उत्तर प्रदेश कैडर में हो गया। योगी सरकार में कानून विवस्था सुधरने की जम्मेदारी उनको सौंपी गई जिसको उन्होंने बखूभी निभाया।
लेडी सिंघम से मशहूर हैं आईपीएस मंज़िल सैनी
2005 की आईपीएस मंज़िल सैनी लखनऊ और रामपुर की एसएसपी रही हैं। उनको लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाता है। वो लखनऊ वमे एसएसपी का पद संभालने वाली पहली महिला अधिकारी रही हैं। लखनऊ में उन्होंने शानदार काम किया। अपने कार्यकाल में क्राइम को जीरो कर दिया था। इसके अलावा इटावाः की एसएसपी भी रही। किडनी रैकेट के पर्दाफाश में उनकी अहम् भूमिका रही।
शौर्य और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है गैलेंट्री अवार्ड
गैलेंट्री अवार्ड का एलान साल में दो बार किया जाता है। पहला 26 जनवरी और दूसरा 15 अगस्त को। ये अवार्ड शौर्य और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। रक्षा क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए अधिकारीयों और जवानो के नामों का चयन किया जाता है। उसके बाद चयनित नामों को रक्षा मंत्रालय भेजा जाता है। उसके बाद इस चयनित नामों को राष्ट्पति को भेजी जाती है। उनकी अनुमति ले फाइनल नामों का एलान किया जाता है।
उत्तर प्रदेश के 7 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ठ कार्य और 74 को सरहनिये सेवा के लिए राष्ट्पति पदक से सम्मानित किया जायेगा। गणतंत्र दिवस पर है वर्ष पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाता है।