आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र में एक पीड़ित को पुलिस ने धमकाया। पीड़ित की जमीन पर दबंग कब्जा करना चाहते हैं। पुलिस ने पीड़ित को थाने में ले जाकर धमकाया। पीड़ित ने बताया कि पुलिस उसे रिश्वत देकर जमीन पर कब्जा करवाने के लिए दबाव बना रही है।
आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र के गांव छतरिया में एक पीड़ित को पुलिस ने धमकाया है। पीड़ित बाबा सत्संगी राधेश्याम पुत्र जहार सिंह की कीमती जमीन है। जिस पर गांव के ही कुछ दबंग लोग कब्जा करना चाहते हैं। कई वर्षों से जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। विरोध करने पर मारपीट भी कर चुके हैं। दबंगों द्वारा सत्संगी बाबा को लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है।
गुरुवार को जब अपनी जमीन पर कुछ काम कर रहे थे, तो दबंग आग बबूला होकर सत्संगी बाबा के साथ मारपीट करने लगे। मारपीट का विरोध करने पर दबंग लोग पीड़ित बाबा को परिवार जान से मारने की धमकी देने लगे। झगड़े की सूचना पर पुलिस सहायता 112 मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंची पुलिस गाड़ी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के साथ जमकर मारपीट की। मारपीट करते हुए पीड़ित को ही गाड़ी में डालकर ले जा रहे थे। तभी पीड़ित के पुत्र धर्मेंद्र सिंह ने विरोध किया तो पुलिसकर्मी आग बबूला होकर पीड़ित को पीटना शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस की गुंडागर्दी को देखकर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। वीडियो बनता देख पुलिस कर्मियों ने युवक के हाथ से मोबाइल छीनने का प्रयास किया। जब वह मोबाइल लेकर भागा तो पुलिसकर्मियों ने झूठे मुकदमे में फंसकर जेल भेजने की धमकी दी। पीड़ित बाबा और उनके पुत्र को थाने में लाकर हवालात में ठूस दिया।
पुलिस की करतूत का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसीपी फतेहाबाद ने आनन-फानन में बाइट के माध्यम से वायरल वीडियो जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही।
पीड़ित बाबा ने बताया कि पुलिस उसे रिश्वत देकर जमीन पर कब्जा करवाने के लिए दबाव बना रही है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे।
सोशल मीडिया पर लोगों ने फतेहाबाद पुलिस को घेरे में लिया है। सरकार के द्वारा सख्त निर्देश दिए हैं कि फरियादियों की सम्मान के साथ समस्या सुनने के निर्देश दिए है। फिर भी पुलिस अपनी मनमानी से फरियादियों का उत्पीड़न कर रही है। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्विटर के माध्यम से पूरे मामले से अवगत कराया गया। साफ स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री किसी पीड़ित का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करते हैं। फिर भी जिले के अधिकारी मौन है। फतेहाबाद थाने में तैनात पुलिसकर्मियों पर फिलहाल अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।