Agra News:किरावली। “माल चाहिए तो ले जाओ, लेकिन वीडियो मत बनाना!” – सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इन चंद सेकंड के वीडियो ने कागारौल में अवैध गांजा कारोबार की परतें खोल दी हैं। जहां एक ओर युवा पीढ़ी इस नशे की गिरफ्त में जा रही है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में है।शनिवार को वायरल हुए तीन वीडियो ने क्षेत्र में हलचल मचा दी। एक वीडियो में मंदिर पार्क तो दूसरे में सरकारी भांग ठेके के बाहर खुलेआम गांजा बिकते दिख रहा है। गांजे की पुड़िया बेचने वाले युवक के पेंट की जेबें माल से भरी हैं। ग्राहक आते हैं, पैसा पकड़ाते हैं और ‘पूरियां’ जेब में रखकर चलते बनते हैं। मजे की बात यह है कि यह सब कागारौल थाने से चंद कदमों की दूरी पर हो रहा है।
थाने के ‘छत्रछाया’ में नशे का कारोबार
वीडियो में दिख रहा युवक बड़े ही बेखौफ अंदाज में कहता है, “थानेदार से लेकर दरोगा तक से सेटिंग है, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।” सवाल उठता है कि जब पूरे इलाके को इस धंधे की भनक है, तो क्या पुलिस सच में बेखबर है या… हिस्सेदार?
युवाओं में बढ़ती लत, घर बर्बाद
गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि अब परचून की दुकानों पर बिस्किट और चाय के साथ गांजा भी मिलने लगा है। युवा वर्ग अब पान की दुकानों पर सिगरेट की जगह गांजा लपेटकर कश मार रहे हैं। कई परिवार अपने बेटों को इस नशे के कारण खो चुके हैं, लेकिन इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है।
प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में
कागारौल के क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस अवैध कारोबार पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो। लेकिन बड़ा सवाल यही है – क्या पुलिस इस गोरखधंधे की खबर रखकर भी आंख मूंदे बैठी है? या फिर नशे के इस कारोबार में कहीं न कहीं पुलिस की भी ‘मिठी चाय’ का स्वाद छिपा है?कागारौल के युवा धीरे-धीरे इस नशे की लत में डूबते जा रहे हैं, लेकिन सवाल वही है – आखिर कब जागेगा प्रशासन?