अछनेरा। नगर पालिका परिषद अछनेरा में वार्ड सीमा को लेकर चल रहा विवाद उस समय और गहरा गया, जब चैयरमैन प्रतिनिधि महेंद्र सिंह भगत के दो अलग-अलग बयानों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। पहले स्वयं तालाब को वार्ड संख्या 09 में बताने वाले चैयरमैन प्रतिनिधि महज तीन दिन बाद अपने ही बयान से पलट गए, जिससे पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है।

नगर पालिका परिषद अछनेरा के अंतर्गत स्थित प्राचीन तालाब पर 49 लाख रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य का शिलान्यास 1 दिसंबर को चैयरमैन प्रतिनिधि महेंद्र सिंह भगत एवं वार्ड संख्या 09 के सभासद शिवा माहौर द्वारा विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर नारियल फोड़कर किया गया था। इस शिलान्यास का वार्ड संख्या 16 के सभासद गुलशन गर्ग ने विरोध किया था।सभासद गुलशन गर्ग का आरोप है कि संबंधित प्राचीन तालाब उनके वार्ड संख्या 16 में आता है, इसके बावजूद उन्हें शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई थी।

शिकायत के बाद अधिशासी अधिकारी अरुण कुमार यादव एवं चैयरमैन प्रतिनिधि महेंद्र सिंह भगत द्वारा नगर पालिका का नक्शा निकलवाया गया, जिसमें उक्त तालाब वार्ड संख्या 09 में होना दर्शाया गया। तालाब के आसपास निवास कर रहे स्थानीय नागरिकों ने भी इसे वार्ड संख्या 09 में बताया।इसके उपरांत 11 दिसंबर को अधिशासी अधिकारी एवं नगर पालिका अध्यक्ष ओमवती देवी द्वारा सभी सभासदों को बुलाकर दोबारा शिलान्यास कार्यक्रम कराया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद चैयरमैन प्रतिनिधि महेंद्र सिंह भगत ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट रूप से तालाब को वार्ड संख्या 09 में बताया।लेकिन विवाद तब और भड़क गया जब तीन दिन बाद महेंद्र सिंह भगत का एक अन्य वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि उक्त तालाब न तो वार्ड संख्या 09 में आता है और न ही वार्ड संख्या 16 में, बल्कि यह आबादी क्षेत्र से बाहर स्थित है। इस विरोधाभासी बयान के सामने आने के बाद वार्ड सीमा विवाद ने नया मोड़ ले लिया है।चैयरमैन प्रतिनिधि के बयानों में आए इस यू-टर्न से कस्बे में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कई सभासद चुटकी लेते हुए उन्हें “अछनेरा का नीतीश कुमार” तक कहने लगे हैं। वहीं मामला अब प्रशासनिक के साथ-साथ राजनीतिक रंग भी पकड़ता नजर आ रहा है।इस संबंध में अधिशासी अधिकारी अछनेरा ने बताया कि शिकायत के संदर्भ में नक्शे के आधार पर वार्ड संख्या का विधिवत अवलोकन कराया जाएगा। तालाब सौंदर्यीकरण का कार्य सरकारी कार्य है और इसे नियमानुसार कराया जा रहा है। कार्य में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आने दी जाएगी।
