झाँसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी: हरियाली तीज के पावन अवसर पर, ‘वामा सारथी पुलिस फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन’ के तत्वावधान में झाँसी में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह आयोजन वामा सारथी की जोनल अध्यक्षा श्रीमती आकांक्षा सिंह (पत्नी श्री आलोक सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, कानपुर जोन) के पर्यवेक्षण और रेन्ज अध्यक्षा श्रीमती प्राची (पत्नी श्री केशव कुमार चौधरी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, झाँसी परिक्षेत्र) के कुशल निर्देशन में हुआ. स्थानीय अध्यक्षा श्रीमती निवि मूर्ति (पत्नी श्री बीबीजीटीएस मूर्ति, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, झाँसी) ने पं. दीनदयाल उपाध्याय सभागार, झाँसी में इस कार्यक्रम की मेजबानी की.
मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिताओं ने बढ़ाई शोभा
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिताएँ रहीं, जिनमें प्रतिभागियों ने अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया. इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से महिलाओं और रिक्रूट महिला आरक्षियों को अपनी रचनात्मकता दिखाने का अवसर मिला. विजेताओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया.
गणमान्य महिलाओं की रही विशेष उपस्थिति
इस अवसर पर झाँसी के विभिन्न विभागों की कई प्रमुख महिला अधिकारी और समाजसेविकाएँ उपस्थित रहीं, जिन्होंने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई. इनमें प्रमुख रूप से:
- श्रीमती रचना (पत्नी श्री विमल कुमार दुबे, आयुक्त, झाँसी मण्डल)
- श्रीमती शर्मीला (पत्नी श्री एच.वी. गिरि, मुख्य वन संरक्षक, झाँसी)
- श्रीमती उमा पाण्डेय (झाँसी विकास प्राधिकरण)
- श्रीमती प्रियंका भारद्वाज (अपर आयुक्त, झाँसी)
- श्रीमती प्रभा भण्डारी (इनकम टैक्स ऑफिसर, झाँसी)
- श्रीमती पम्मी (पत्नी डॉ. अरविन्द कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, झाँसी)
- श्रीमती रुबी (पत्नी श्री ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नगर, झाँसी)
- श्रीमती कामिनी शर्मा (पत्नी श्री सत्य प्रकाश, नगर आयुक्त, झाँसी)
- श्रीमती कुसुम पाण्डेय (पत्नी श्री सुधाकर पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी, झाँसी)
- सुश्री दीपशिखा (पुलिस उपाधीक्षक, प्रशिक्षु, झाँसी)
महिला आरक्षियों और पुलिस परिवारों की सक्रिय भागीदारी
प्रतियोगिता और पूरे कार्यक्रम में आरटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं रिक्रूट महिला आरक्षियों और पुलिस लाइन के अंतर्गत स्थित कॉलोनी में निवास कर रहे पुलिस परिवार की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. इस आयोजन ने पुलिस परिवारों के बीच एकता और सौहार्द को बढ़ावा दिया, साथ ही महिला सशक्तिकरण का संदेश भी दिया. यह कार्यक्रम हरियाली तीज के पर्व को पारंपरिक उल्लास और सामाजिक जुड़ाव के साथ मनाने का एक सफल प्रयास रहा.