अंबेडकर नगर में स्मार्ट मीटर सर्वे के नाम पर ग्रामीणों का शोषण, सरयू कंपनी के कर्मचारी बताकर अवैध वसूली की जा रही है। विद्युत विभाग कार्रवाई करे।
अंबेडकर नगर। उत्तर प्रदेश में स्मार्ट मीटर योजना के पहले चरण में शहरी क्षेत्रों को शामिल किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य बिजली चोरी रोकना और राजस्व संग्रह को शत-प्रतिशत सुनिश्चित करना है। इस नई प्रणाली के तहत उपकेंद्र से उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंचने वाली बिजली का पूरा लेखा-जोखा स्मार्ट मीटर में दर्ज होगा, जिससे इंजीनियरों के साथ-साथ उपभोक्ता भी अपने बिजली खर्च पर नजर रख सकेंगे।
वर्तमान में, अंबेडकर नगर जिले के शहरी क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू हो चुका है। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक सर्वे शुरू करने का कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। इसके बावजूद, ग्रामीण इलाकों में सरयू कंपनी के कर्मचारी बताकर कुछ लोग स्मार्ट मीटर सर्वे के नाम पर उपभोक्ताओं से अवैध रूप से धन उगाही कर रहे हैं।
बुधवार को जिले के विद्युत उपकेंद्र कटेहरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई गांवों में चार व्यक्तियों के समूह ने घरों-घरों जाकर लोगों से पैसे वसूले हैं। अब ये वास्तव में विभाग द्वारा नियुक्त कर्मचारी हैं या धोखेबाज, इसका स्पष्टीकरण तो जिले का विद्युत विभाग ही दे सकता है।
इस संबंध में जब उपखंड अधिकारी कटेहरी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो कई बार फोन करने के बावजूद उनसे बात नहीं हो सकी। हालांकि, अधिशासी अभियंता अकबरपुर ने हमारे संवाददाता से फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि वर्तमान में शहरी क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है और शहरी क्षेत्र में शत-प्रतिशत सर्वे पूरा होने के बाद ही ग्रामीण क्षेत्रों को लक्षित किया जाएगा।
ऐसे में, जब अभी ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर का कोई सर्वे नहीं चल रहा है, तो ग्रामीण इलाकों में घूम रहे इन संदिग्ध समूहों पर तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि उपभोक्ताओं को इस प्रकार के शोषण से बचाया जा सके।