फतेहपुर सीकरी। राजस्थान के जिंदपुरा बांध की झाऊ मोरी से छोड़े गए पानी के कारण सामरा क्षेत्र और आसपास के गांवों में हजारों बीघा भूमि जलमग्न हो गई है। इससे बाजरा, कपास, ग्वार, गोभी, मिर्च और बैंगन जैसी खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। किसानों की शिकायत पर मंगलवार देर शाम मंडलायुक्त आगरा शैलेंद्र कुमार सिंह ने सामरा क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया।
बताया गया कि विगत कई दिनों से झाऊ मोरी खोले जाने के कारण सामरा, नगला सोमनाथ, उत्तू, भोरौली, नगला मौर्या और सहनपुर की फसलें जलभराव में बर्बाद हो रही हैं। इससे पहले जिलाधिकारी आगरा ने भी प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया था।मंगलवार को मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला और उपजिलाधिकारी किरावली नीलम तिवारी सामरा गांव पहुंचे। नगला सोमनाथ में उन्होंने विधायक चौधरी बाबूलाल, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि गुड्डू चाहर और डॉ. रामेश्वर चौधरी के साथ किसानों की समस्याएं सुनीं।मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसल नुकसान का आकलन करने के लिए राजस्व टीम बनाकर सर्वे कराया जाए, ताकि प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा मिल सके। साथ ही राजस्थान सीमा पर बुराना मार्ग के निकट कच्चा बांध बनाने हेतु सर्वे और रिपोर्ट तैयार करने को कहा। जलभराव से जर्जर हुई सड़कों का पुनर्निर्माण कराने का भी आश्वासन दिया।किसानों ने पूर्व में तैनात लेखपाल द्वारा मुआवजा वितरण में की गई मनमानी की शिकायत भी रखी। इस पर मंडलायुक्त ने जांच कराने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान थानसिंह प्रधान, निर्भय कुशवाहा, कल्याण सरपंच, चंद्र प्रकाश, मनोज सरपंच, गजेंद्र प्रधान, गुलाब सिंह, बंटी प्रधान, बंशी जाट और श्यामवीर शर्मा सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।