गाजियाबाद | दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में बैंकिंग फ्रॉड और साइबर क्राइम से संबंधित घटनाओं में लगातार उछाल देखा जा रहा है | इसी को ध्यान में रखते हुए पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद से ही एसीपी बेबसिटी रवि प्रकाश सिंह द्वारा अपने क्षेत्र अंतर्गत आने वाले थानों के प्रभारियों को इस दिशा में कार्य करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे |
मौजूदा घटनाक्रम में वेब सिटी पुलिस को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली की दो लोग जो पिछले कई महीनों से एटीएम फ्रॉड की घटनाओं में संलिप्त हैं | वह लाल कुआं क्षेत्र के एक एटीएम के पास अपने टारगेट के इंतजार में बैठे हैं | घटना की सूचना मिलते ही थाना वेब सिटी पुलिस ने संबंधित एटीएम के पास जाकर एटीएम के पास उपस्थित व्यक्तियों से पूछताछ किया तो इनके द्वारा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया | जिसके बाद पुलिस का शक इन व्यक्तियों पर और बढ़ गया और वह गिरफ्तार कर इनको अपने साथ थाने ले आई | पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि इनके द्वारा वित्तीय रूप से निरक्षर लोगों को एटीएम से पैसे निकालने के दौरान सहायता के नाम पर धोखाधड़ी की जाती थी | यह ऐसा क्षेत्र है जहां पर मजदूर वर्ग बड़ी संख्या में रहता है और ज्यादातर मजदूर वर्ग के लोग वित्तीय साक्षर नहीं होते हैं जिसका फायदा इनके द्वारा उठाया जाता था | इनके द्वारा व्यक्ति को सहायता करने के दौरान उसका एटीएम कार्ड बदल लिया जाता था और बाद में पेटीएम स्वाइप मशीन के माध्यम से कई बार में संबंधित व्यक्ति के बैंक खाते से रकम खाली कर दिया जाता था |
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के पास 72 एटीएम कार्ड व 1150 रुपए नगद बरामद हुए हैं | गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में अजहर पुत्र इरशाद एवं शादाब पुत्र सोहेल शामिल है, दोनों अभियुक्त लोनी के रहने वाले हैं | इन दोनों के खिलाफ पूर्व में भी गाजियाबाद क्षेत्र के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं | अभियुक्तों में से अजहर लोनी में एक मेडिकल स्टोर चलाता है और बी फार्मा का कोर्स भी कर रहा है |