पत्रकार को थाने में देख भड़के सकीट प्रभारी निरीक्षक, अभद्रता का वीडियो वायरल
एटा (सकीट) उत्तर प्रदेश में एक बार फिर खाकी ने अपनी हनक दिखाई है और इस बार निशाने पर था एक पत्रकार!
सकीट कोतवाली प्रभारी चमन गोस्वामी ने एक नाबालिग किशोर से दुष्कर्म के मामले में सवाल पूछने आए पत्रकार पर न सिर्फ जुबानी हमला किया, बल्कि अभद्र भाषा का खुलकर इस्तेमाल भी किया। थाने के भीतर हुई यह घटना कैमरे में कैद हो गई और अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है।
मामला सकीट क्षेत्र के एक गांव से जुड़ा है, जहां स्कूल जाते समय एक नाबालिग किशोर के साथ गांव के ही एक व्यक्ति ने हैवानियत की। पीड़ित किशोर के बाबा ने थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस कार्रवाई के नाम पर सिर्फ बहाने मिल रहे थे।
तंग आकर पीड़ित परिवार ने एक निजी चैनल के पत्रकार देवेंद्र कुमार को बुला लिया और बस यहीं से शुरू हो गया पुलिसिया सनक का खेल।
जैसे ही पत्रकार थाने पहुंचा, चमन गोस्वामी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। “तू” कहकर पत्रकार को अपमानित किया गया, झूठे आरोपों की बौछार की गई और वीडियो वायरल करने का आरोप तक मढ़ दिया गया।
वायरल वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि किस तरह कोतवाली निरीक्षक वर्दी के नशे में चूर होकर पत्रकार की बेइज्जती कर रहे हैं।
क्या पुलिस अब सवालों से डरने लगी है?
क्या थाने अब जनसेवा की जगह ‘तानाशाही’ के अड्डे बनते जा रहे हैं?
क्या अब पत्रकारिता करना अपराध है?
इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, साथ ही साथ यह भी साफ कर दिया है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ जब भी सच की रोशनी लेकर निकलेगा, उसे कर्मचारी/अधिकारी ऐसे ही निगलने की कोशिश करेगा।
फिलहाल, प्रशासन मौन है लेकिन सवालों की आवाज़ अब गूंज रही है…
