गोरखपुर। पंडित भृगुनाथ चतुर्वेदी कालेज आफ लॉ, बड़हलगंज, गोरखपुर में विश्व शांति दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए, कालेज के प्राचार्य डॉ. अभिषेक पाण्डेय ने कहा कि मानव समाज के लिए शांति एक अमूल्य निधि है। इतिहास गवाह है कि विश्व ने अनेक युद्धों की विभीषिका झेली है, जिनमें धन-जन की अपार क्षति हुई है। उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के बाद की गई राष्ट्र संघ की स्थापना और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के गठन का उल्लेख करते हुए कहा कि ये संस्थाएं विश्व शांति कायम रखने में सफल नहीं रही हैं। वर्तमान में रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष जैसी स्थितियां तृतीय विश्व युद्ध का खतरा पैदा कर रही हैं। उन्होंने विश्व समुदाय से इन संघर्षों को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।
कालेज के मुख्य नियंत्रक चंद्र भूषण तिवारी ने अपने संबोधन में भारत की प्राचीन शांति परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र की राष्ट्रीय शक्ति शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने विश्व समुदाय से आपसी वैमनस्यता त्याग कर शांति के रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
असिस्टेंट प्रोफेसर फकरुद्दीन ने विश्व के विभिन्न धर्मों में शांति के महत्व पर प्रकाश डाला और भारत के महात्मा बुद्ध और सम्राट अशोक को शांति के प्रणेता के रूप में याद किया।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य वक्ताओं ने भी शांति के महत्व पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में आशीष कुमार गुप्ता, अवनीश उपाध्याय, सूर्यांश कौशिक, हर्षित भारद्वाज, दिवाकर, श्रुति माथुर, सलोनी त्रिपाठी, इमरान अहमद, नीरज त्रिपाठी, नीखिल रावत, विकास सिंह और अंतिमा जैसे विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन विकास शर्मा ने किया।