आगरा: योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने सावन के पवित्र महीने में ताजमहल/तेजोमहालय में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की अनुमति के लिए मंगलवार को लघुवाद न्यायाधीश मृत्युंजय श्रीवास्तव की अदालत में याचिका दायर की है।
याचिका में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल को प्रतिवादी बनाया गया है। याचिकाकर्ता का दावा है कि तेजोमहल भगवान शिव का मंदिर है और सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का यह पर्व मनाने के लिए उन्हें जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की अनुमति दी जानी चाहिए।
याचिका के मुख्य बिंदु:
तेजोमहालय एक हिंदू मंदिर है:
याचिकाकर्ता का दावा है कि ताजमहल जिसे मुगलों ने बनवाया था, वास्तव में भगवान शिव का मंदिर है जिसे “तेजोमहालय” कहा जाता था।
ऐतिहासिक साक्ष्य:
याचिका में यह भी दावा किया गया है कि राजा पर्मादिदेव ने 1212 में तेजोमहालय का निर्माण किया था, जिसे बाद में राजा मानसिंह ने अपने अधीन कर लिया था।
मुगल आक्रमण और विरासत:
याचिकाकर्ता का आरोप है कि मुगलों ने भारत आए और हिंदू मंदिरों को नष्ट कर उनकी जगह मकबरे और मस्जिदें बना दीं। उनका दावा है कि ताजमहल भी इसी का एक उदाहरण है।
सावन में पूजा का अधिकार:
याचिका में तर्क दिया गया है कि चूंकि तेजोमहाल एक हिंदू मंदिर है, इसलिए हिंदू समुदाय को सावन के महीने में पूजा करने का अधिकार होना चाहिए।
अनुमति और न्यायिक हस्तक्षेप:
याचिकाकर्ता ने न्यायालय से ताजमहल में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की अनुमति देने का आग्रह किया है।