उत्तर प्रदेश के एटा जिले के जैथरा पुलिस ने कई दिनों से पुलिस को चकमा दे रहे एक कुख्यात चोर को गिरफ्तार कर लिया। यह चोर पशु पालकों और व्यापारियों को निशाना बनाकर फिल्मी अंदाज में चोरी करता था। पुलिस ने गहन जांच के बाद गिरोह के सरगना और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के बाकी सदस्य अभी भी फरार हैं। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के पास से चोरी में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद की।
प्रदीप यादव, संवाददाता, जैथरा, एटा
फिल्मी अंदाज में वारदातें अंजाम देता था गिरोह, पुलिस ने सरगना सहित दो को दबोचा
जैथरा, एटा: जनपद एटा के थाना जैथरा क्षेत्र में पिछले कई दिनों से सक्रिय एक शातिर चोर गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। यह गिरोह पशु पालकों और व्यापारियों को अपना निशाना बनाकर फिल्मी अंदाज में चोरी की वारदातें अंजाम देता था। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरोह के सरगना समेत दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर की गई कार्रवाई
लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से जनता में दहशत फैल गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष जैथरा को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह और क्षेत्राधिकारी अलीगंज सुधांशु शेखर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह बेहद संगठित तरीके से काम करता था। वे पशु मेले और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में व्यापारियों और किसानों की रेकी करते थे। फिर मौका पाकर उनके साथ वाहन में बैठकर कुछ दूरी तय करते थे और रास्ते में जेब काटकर नकदी लूट लेते थे।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति एक गांव के बाहर घूम रहे हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर गिरोह के सरगना रॉकी और रोनी को दबोच लिया। दोनों निवासी ममापुर, थाना कायमगंज, जनपद फर्रुखाबाद के हैं। गिरोह के अन्य सदस्य फरार हो गए, जिनकी पुलिस तलाशी कर रही है।
पुलिस ने बरामद की चोरी की गई मोटरसाइकिल
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से चोरी में उपयोग की गई मोटरसाइकिल बरामद की है। पुलिस का दावा है कि इस गिरोह ने क्षेत्र में कई चोरियां की हैं और उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस टीम
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी शंभू नाथ सिंह, चौकी इंचार्ज धुमरी संदीप राणा, उप निरीक्षक अभिषेक वत्सल और हेड कांस्टेबल भूपेंद्र सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।