अवैध कब्जे के कथित सूत्रधार कार्यवाहक जिलेदार पर मेहरबान बने रहे विभागीय अधिकारी
आगरा। जनपद में विभिन्न स्थानों पर सिंचाई विभाग की बेशकीमती जमीनें हैं। विभाग में तैनात रहकर ही अपने विभाग का बंटाधार करने पर तुले विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से भूमाफियाओं द्वारा डंके की चोट पर लगातार अवैध कब्जे हो रहे हैं। इन अवैध कब्जों का कथित सूत्रधार कार्यवाहक जिलेदार, अपनी हनक के बलबूते नियमों को ताक पर रखकर जनपद में लगातार टिका हुआ है।
आपको बता दें कि जनपद के बिचपुरी क्षेत्र स्थित सदरवन नाला, भूमाफियाओं के चंगुल में फंसकर अपने अस्तित्व की जंग लड़ रहा है। डेढ़ सड़क पहले तक नहर के साफ पानी से आच्छादित रहने वाला नाला आज मौके से गायब हो चुका है। मघटई तिराहे पर सदरवन नाले के ऊपर भूमाफिया द्वारा आलीशान मार्केट बना दी गई है। महंगी दर पर मार्केट की दुकानों की खरीद फरोख्त हो रही है। सिंचाई विभाग की सरकारी जमीन कर अवैध मार्केट बनाने के बावजूद भूमाफिया, कार्रवाई से पूरी तरह बेपरवाह है। यही स्थिति गांव बरारा में आगरा रजवाहा की जमीन पर है। यहां पर भूमाफिया कॉलोनाइजर द्वारा सिंचाई विभाग की जमीन को पाटकर पुलिया और दीवाल खड़ी कर ली गई है। अपनी कॉलोनी के आवागमन के लिए सड़क का निर्माण भी सिंचाई विभाग की जमीन कर ही किया जा रहा है। इस मामले में शिकायतकर्ता अंशुल पचौरी ने समाधान दिवस में शिकायत देकर आगरा रजवाहा पर विभाग की माप बताने की मांग की थी। शिकायत में कॉलोनाइजर द्वारा विभाग की जमीन कब्जाने का भी आरोप था। विभागीय अधिकारियों ने अंशुल पचौरी की शिकायत को दबा दिया। अंशुल पचौरी ने आरोप लगाया है कि कॉलोनाइजर द्वारा इस मामले में कार्यवाहक जिलेदार को रिश्वत देकर अवैध निर्माण किया गया है। इसी कारण कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है।
आदर्श रजवाहा घोषित होने के बावजूद हो गया अवैध कब्जा
बताया जाता है कि शासन द्वारा आगरा रजवाहा को आदर्श रजवाहा घोषित कर दिया गया है। इस रजवाहा पर सिंचाई विभाग द्वारा सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जाएगा। शासन की योजना के प्रमुख बिंदु होने के बावजूद इस रजवाहा की जमीन कर कॉलोनाइजर द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया। जिस कॉलोनी का निर्माण हो रहा है, उसका मानचित्र भी स्वीकृत नहीं है।
इनका कहना है
समाचारपत्र में प्रकाशित समाचार का संज्ञान लेकर प्रकरण की गंभीरता से आवश्यक जांच की जा रही है। शीघ्र ही निर्णायक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
करनपाल सिंह- अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग