वेस्टइंडीज के क्रिकेटर टिनो बेस्ट की चौंकाने वाली कहानी! जानें कैसे उन्होंने नंबर-11 पर 95 रन बनाकर रिकॉर्ड बनाया, लेकिन अपनी आत्मकथा में 500 से ज़्यादा महिलाओं के साथ संबंधों के दावे से क्रिकेट जगत में सनसनी मचा दी। मैदान के बाहर की उनकी विवादित ‘प्लेबॉय’ इमेज और क्रिकेट करियर का पूरा ब्यौरा यहाँ पढ़ें।
आगरा: एक समय क्रिकेट जगत में वेस्टइंडीज टीम का दबदबा था, खासकर 1970 से 90 के दशक में उनके पास मैल्कम मार्शल, जोएल गार्नर, कर्टली एम्ब्रोस और एंडी रॉबर्ट्स जैसे शानदार तेज गेंदबाजों की फौज थी। हालांकि, समय के साथ वेस्टइंडीज क्रिकेट का ग्राफ नीचे गिरा और कई प्रतिभाशाली गेंदबाज इंटरनेशनल स्तर पर छाप नहीं छोड़ पाए। इन्हीं में से एक थे टिनो बेस्ट, जिनका इंटरनेशनल करियर ‘आउट ऑफ ट्रैक’ ही रहा, लेकिन मैदान के बाहर वह अपने चौंकाने वाले दावों के लिए खूब सुर्खियों में रहे।
क्रिकेट करियर: वेस हॉल से तुलना, फिर भी सीमित रहे मुकाबले
बारबाडोस में जन्मे टिनो बेस्ट की तुलना वेस्टइंडीज के महान गेंदबाज वेस हॉल से की जाती थी। हालांकि, 5 फीट 8 इंच लंबे टिनो बेस्ट अपने करियर में वेस्टइंडीज के लिए सिर्फ 57 इंटरनेशनल मुकाबले (25 टेस्ट, 26 वनडे, 6 टी20) ही खेल पाए। टेस्ट में उन्होंने 40.19 की औसत से 57 विकेट लिए और दो बार पांच विकेट हॉल भी लिया। वनडे में उनके नाम 34.02 की औसत से 34 विकेट और टी20 में 6 विकेट दर्ज हैं। बल्लेबाजी में उन्होंने कुल 494 रन बनाए।
मई 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू मैदान पर टेस्ट डेब्यू करने वाले बेस्ट का प्रदर्शन लगातार खराब होने के चलते वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे। फरवरी 2008 में तो कॉन्ट्रैक्ट न मिलने के कारण उन्होंने इंडियन क्रिकेट लीग (ICL) भी जॉइन कर ली। हालांकि, 2012 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 12 विकेट लेकर उन्होंने अप्रत्याशित वापसी की थी, जो उनका गेंद से सबसे यादगार प्रदर्शन रहा। उनका आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला जनवरी 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ था।
बल्ले से बनाया था खास रिकॉर्ड: नंबर-11 पर 95 रन
टिनो बेस्ट ने अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी एक खास रिकॉर्ड बनाया था। 10 जून 2012 को बर्मिंघम टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए, उन्होंने नंबर-11 पर बल्लेबाजी करते हुए 95 रन बनाए। तब यह टेस्ट क्रिकेट में नंबर-11 पर किसी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर था। जुलाई 2013 में ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एश्टन एगर ने 98 रन बनाकर उनका यह रिकॉर्ड तोड़ा था।
आत्मकथा से मचाया था तूफान: ‘500 से ज़्यादा महिलाओं संग संबंध’ का दावा
टिनो बेस्ट क्रिकेट के इतर अपने निजी जीवन को लेकर ज्यादा सुर्खियों में रहे। उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘माइंड द विंडोज: माई स्टोरी’ में चौंकाने वाला दावा किया कि अपने करियर के दौरान वह 500 से ज़्यादा महिलाओं के साथ हमबिस्तर हुए। उन्होंने मजाक में खुद को ‘ब्लैक ब्रैड पिट’ कहा और यह भी उल्लेख किया कि उनकी इस जीवनशैली ने मैदान पर उनके प्रदर्शन को प्रभावित नहीं किया।
अपनी आत्मकथा में बेस्ट लिखते हैं, “मुझे लड़कियां बहुत पसंद हैं और लड़कियां भी मुझे बहुत पसंद करती हैं। मुझे लगता है कि मैं दुनिया का सबसे अच्छा दिखने वाला गंजा आदमी हूं।… एक क्रिकेटर के तौर पर मैं जहां भी गया, मैंने लड़कियों से बात की, लड़कियों को डेट किया और लड़कियों के साथ सोया। मेरा अनुमान है कि मैं दुनिया भर में 500 से 650 लड़कियों के साथ हमबिस्तर हुआ।”
बेस्ट ने बताया कि उनकी पहली गर्लफ्रेंड मेलिसा से उनकी एक बेटी तमानी है, लेकिन ब्रेकअप के बाद वह “प्लेबॉय” बन गए और “एक तरह से औरतों के दीवाने” हो गए। उन्होंने यह भी कहा, “अगर मुझे कोई लड़की पसंद आती थी, तो मैं उससे जाकर बात करता था, चाहे वह कोई भी हो। अगर मैंने बियॉन्से को देखा और वह सिंगल होती, तो मैं जाकर उससे कहता ‘हैलो, मेरा नाम टीनो है। आपका नाम क्या है?’ कोई भी लड़की मुझे डरा नहीं सकती थी।”
ऑस्ट्रेलियाई लड़कियां थीं ‘कमजोरी’
टिनो बेस्ट ऑस्ट्रेलियाई लड़कियों के लिए विशेष रूप से आकर्षित थे। उन्होंने लिखा, “सबसे खूबसूरत लड़कियां ऑस्ट्रेलियाई हैं। मुझे लगता है कि वे अद्भुत हैं। वे वास्तव में अपनी फिटनेस पर ध्यान देती हैं और उनके शरीर अद्भुत हैं।” बेस्ट ने यहां तक दावा किया कि साल 2005 में ऑस्ट्रेलियाई टूर के दौरान उन्होंने 40 से ज़्यादा महिलाओं संग संबंध बनाए।
टिनो बेस्ट ने भले ही वेस्टइंडीज की गेंदबाजी में आक्रामकता और ऊर्जा लाने का प्रयास किया हो, लेकिन उनका इंटरनेशनल करियर उतना शानदार नहीं रहा जितनी उनकी मैदान के बाहर की ‘कहानी’ रही। उनकी आत्मकथा के खुलासे ने खूब विवाद खड़ा किया और उन्हें क्रिकेट जगत में एक अलग ही पहचान दिला दी।