सभी मुठभेड़ में पुलिस को मिली सफलता, कई बदमाश भाग भी निकले
मथुरा। पुलिस एक्शन में है। मथुरा पुलिस की नए साल के पहले पखवाड़े में आधा दर्जन मुठभेड़ बदमाशों के साथ हो चुकी है। सभी मुठभेड़ में पुलिस को सफलता मिली है। हालांकि इस दौरान कुछ बदमाश पुलिस को चकमा देकर भाग भी निकले। नए साल में तीन जनवरी को पुलिस की पहली मुठभेड़ हुई।
13 जनवरी की रात को थाना गोवर्धन पुलिस की ग्राम दौसेरस बंबा के पास हुई, यहां पुलिस ने एक बदमाश को दबोचा जबकि इस दौरान दो भाग निकले। आठ जनवरी की रात को थाना बलदेव पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त रहे गजेन्द्र जाट गैंग के सदस्य डंका को भरतिया के जंगल से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया।
सात जनवरी को एसटीएफ और राया पुलिस ने दिल्ली में एक कंपनी के गेट से गन पॉइंट पर युवती को अगवा करने वाले फिरोज खां पुत्र सब्बीर निवासी अबुल फजल साइन बाग नई दिल्ली को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। युवती ने यमुना एक्सप्रेस वे पर कार से कूद कर अपनी जान बचाई थी। पुलिस ने नाकाबंदी कर सिरफिरे आशिक को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से एक मोबाईल फोन मैगजीन के साथ एक देशी पिस्टल तथा घटना में प्रयुक्त सेंट्रो कार बरामद की है।
पांच जनवरी को क्रूजर कार चोरी कर भागे बदमाशों का वृंदावन थाने की पुलिस ने पीछा किया। पुलिस मुठभेड़ में एक चोर को गोली लगी है जबकि पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दो चोरों को गिरफ्तार किया। पुलिस की गोली से घायल हुआ आरोपित रोहित चौधरी पुत्र पूरन सिंह निवासी बारह घाट और वेदन सिंह पुत्र मान सिंह बल्हार निवासी जाबली थाना शेरगढ़ को गिरफ्तार किया। पांच जनवरी को ही पुलिस की दूसरी मुठभेड़ भी हुई।
थाना हाईवे पुलिस की दिनदहाड़े बदमाशों से हुई मुठभेड़ में एक बदमाश के गोली लगी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर उपचार के लिए भर्ती कराया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक क्रेटा और एक स्कॉर्पियो कार में कुछ बदमाश हाईवे पर ट्रक लूटने, एटीएम काटने या अन्य कोई संगीन घटना करने के लिए जा रहे हैं।
तीन जनवरी को भी पुलिस की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई। बरसाना पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अंतरराज्यीय गो तस्कर भोपा को दबोचा। पुलिस की गोली से रफीक उर्फ भोपा घायल हुआ था।
कई जगह विरोध का किया सामन
कार्यवाही के दौरान पुलिस को कई जगह लोगों के विरोध का भी सामना करना पडा है। राया कस्बे में पुलिस को उस समय विरोध का सामना करना पडा जब पुलिस एक वांछित को पकड़ने गई थी। इसी तरह बलदेव क्षेत्र के गांव नेरा में भी पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पडा था। वृंदावन के कालीदह क्षेत्र में पुलिस को किसानों के विरोध का सामना करना पडा था। किसान यहां अभी भी अनशन पर बैठे हैं।