मनीष अग्रवाल
आगरा/किरावली। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित चल रहे उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति से संबद्ध विद्युतकर्मियों ने अपने आंदोलन को तेज कर दिया है। आज प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर धरना प्रदर्शन होंगे, रात्रि 10 बजे से 72 घण्टे की सांकेतिक हड़ताल शुरू जाएगी। विद्युतकर्मियों के इस प्रदर्शन से विद्युत आपूर्ति चरमराने के आसार हैं।
बताया जाता है कि संघर्ष समिति के आह्वान पर गैलाना रॉड सिकंदरा स्थित,मुख्य अभियन्ता कार्यालय पर बुधवार से ही विद्युत कर्मचारियों, अवर अभियंता, अभियंता, निविदा और संविदा कर्मचारियों से संयुक्त रूप से कार्य बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इसी कड़ी में आज गुरुवार को समस्त स्थानों पर ज्ञापन देकर ऊर्जा मंत्री को उनके वादे की याद दिलाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि विद्युत कर्मचारियों और अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स ने प्रदेश के समस्त विद्युतकर्मियों के समर्थन में हड़ताल का आह्वान किया है। उसी श्रृंखला को आगे बढाते हुए आज अनुमानित 27 लाख विद्युतकर्मी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन को अंजाम दे रहे हैं।
मुख्य कारण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे इंजीनियर राजवीर सिंह, युगल किशोर, आरके वर्मा आदि ने कहा कि हम समस्त विद्युतकर्मी प्रदेश शासन के प्रति पूर्ण समर्पित हैं, लेकिन शासन का भी दायित्व है कि हमारे समझौते को लागू करने की दिशा में प्रभावी हस्तक्षेप किया जाए। हमें मजबूरन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
विगत 3 दिसंबर को ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते को 112 दिन बीत चुके हैं, जबकि उनके द्वारा 15 दिन मांगे गए थे। यह हमारे हितों पर कुठाराघात है। समझौते के बिंदुओं के क्रियान्वन की दिशा में स्थिति शून्य है। ओबरा, अनपरा की 800 मेगावाट की नवीन इकाइयों को उत्पादन निगम से छीनकर एनटीपीसी को दिए जाने, पारेषण के निजीकरण को रोकने सहित अन्य मांगों पर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा।
धरना प्रदर्शन में रहे मौजूद
संचालन सलमान अजहर ने किया। देवेंद्र सिंह, महेश कुमार, शशिकांत सिंह, अनूप उपाध्याय, विपिन शर्मा, अनिल कुमार, रामअवतार शुक्ला, देवेंद्र यादव, जयपाल सिंह, विनय सिंह, महेश प्रभाकर, आशीष कुमार, भूपेंद्र सिंह, दिनेश वर्मा, नितेश कुमार, शिवांशु तिवारी, एसएल अग्निहोत्री, रामप्रकाश, पंकज गोयल, अभय चौबे आदि थे।