वायरल वीडियो में श्यामा श्याम हॉस्पिटल का दिख रहा बोर्ड , चर्चाओं का बना माहोल
गर्भपात से लेकर नवजातों के लेनदेन के काले कारनामे का हुआ भंडाफोड़
आगरा (किरावली)। ब्लॉक अछनेरा स्थित कस्बा अछनेरा की सीएचसी से संबंधित सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आधा दर्जन वीडियो से हड़कंप मचा हुआ है। सीएचसी पर आने वाली प्रसूताओं को बहला फुसलाकर निजी अस्पतालों में डिलीवरी करवाने से लेकर, गर्भपात और नवजातों के लेनदेन का भी खेल उजागर हो रहा है। उधर आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज हुई शिकायत ने भी इस खेल पर मुहर लगा दी है।
बताया जाता है कि बीते सोमवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए आधा दर्जन वीडियो में जो घटनाक्रम हो रहा था, जो कि सभ्य समाज के लिए कलंक है। सीएचसी पर आए दिन दिखने वाली अछनेरा क्षेत्र की ही दो कथित नर्सों द्वारा प्रसूता को बहला फुसलाकर उसके परिजनों के माध्यम से गांव फतेहपुरा में श्यामा श्याम हॉस्पिटल ले जाकर डिलीवरी करवाई जाती है। डिलीवरी करवाने के बाद तीमारदार से खुलेआम वसूली की पेशकश हो रही है। यह सब सीएचसी पर ही हो रहा है।
बड़ा सवाल आखिर यह है कि सीएचसी से श्यामा श्याम हॉस्पिटल में प्रसूताओं को किसकी रजामंदी से ले जाया गया। सीएचसी स्टाफ ने इस पर ध्यान देना जरूरी क्यों नहीं समझा। वहीं वायरल वीडियो में कथित नर्सों द्वारा जो गंभीर बातें कहीं जा रही हैं, उसने भी सभी के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। उनके द्वारा खुलेआम गर्भपात करवाने से लेकर लड़की के बदले लड़का देने की भी पेशकश की जा रही है। सूत्रों के अनुसार अछनेरा क्षेत्र में इन कथित नर्सों का जाल काफी समय से फैला हुआ है। सीएचसी स्टाफ की संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
दशकों से जमे अधिकारी पर घूम रही शक की सुई
सूत्रों के अनुसार सीएचसी पर विगत डेढ़ दशक से एक अधिकारी तैनात है। श्यामा श्याम हॉस्पिटल संचालक से उसके संबंध जगजाहिर हैं। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार विगत में भी सीएचसी से प्रसूताओं को उसकी शह पर श्यामा श्याम हॉस्पिटल भेजा गया है। जिस प्रसूता की सीएचसी पर निशुल्क डिलीवरी होगी, डिलीवरी उपरांत उसके खाते में धनराशि भी पहुंचेगी, लेकिन निजी हॉस्पिटल में डिलीवरी करवाकर कमीशन के रूप में अपनी जेबें गरम होंगी।
आईजीआरएस पर दर्ज शिकायत में कार्रवाई की मांग
इस पूरे प्रकरण की पीड़ित ग्रामीण द्वारा आईजीआरएस पर शिकायत दर्ज कराई गई है। दर्ज शिकायत में दोनों कथित नर्सों और इसमें संलिप्त सीएचसी स्टाफ के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।