आगरा: अगर आप भी सोने-चांदी की खरीदारी का प्लान बना रहे हैं, तो ज़रा रुक जाइए। जून की शुरुआत के साथ ही सर्राफा बाजार में कुछ ऐसा देखने को मिला है जिसने न केवल आम ग्राहकों बल्कि दुकानदारों और बाजार विश्लेषकों को भी चौंका दिया है। सोने की कीमतें जहां फिलहाल स्थिर बनी हुई हैं, वहीं चांदी लगातार रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है। अचानक हुई इस भारी उछाल ने सभी को असमंजस में डाल दिया है।
चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ उछाल
चांदी ने इस बार सचमुच चौंका दिया। सोमवार को ही चांदी की कीमतों में 2000 रुपये प्रति किलोग्राम की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिससे इसका भाव 108000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया। जब इस पर जीएसटी जोड़ दिया गया, तो कीमत 111240 रुपये प्रति किलो हो गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी तेज रफ्तार से चांदी की कीमत में बढ़ोतरी पहले कभी नहीं देखी गई। बाजार में ऐसा माहौल बना है कि कोई इस तेजी का सटीक कारण तक नहीं बता पा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार, डॉलर की स्थिति, और घरेलू मांग की उठापटक, सभी को लेकर बाजार में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
आगे क्या?
बाजार विश्लेषक इस अचानक उछाल के पीछे कई संभावित कारकों पर विचार कर रहे हैं, जिनमें औद्योगिक मांग में वृद्धि, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, और निवेशकों का सुरक्षित निवेश की ओर रुख शामिल हो सकता है। हालांकि, अभी तक कोई ठोस कारण सामने नहीं आया है।
सोने के भावों में स्थिरता और चांदी की रिकॉर्ड तोड़ तेजी ने खरीदारों और निवेशकों दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। फिलहाल, बाजार पर नज़र बनाए रखना ही समझदारी होगी।