नई दिलली। भारतीय वाहन निर्माता तीन कंपनियों ने एक बार फिर देश का नाम रोशन कर दिया है। इन कंपनियों को विश्व की 50 सबसे मूल्यवान ऑटोमोटिव ब्रांड की लिस्ट में जगह दी गई है। इन कंपनियों में महिंद्रा, मारुति सुजुकी और बजाज ऑटो शामिल है। वैल्यू बेस्ड ब्रांड रैंकिंग एजेंसी ब्रांड फाइनेंस ने वैश्विक ऑटोमोबाइल ब्रांडों के लिए अपनी 2023 रैंकिंग जारी की है।
चार्ट में टेस्ला सबसे ऊपर है, जो 2023 में मर्सिडीज-बेंज और टोयोटा को पछाड़कर दुनिया का सबसे मूल्यवान ऑटोमोटिव ब्रांड बन गया है।2022 में टोयोटा दुनिया का सबसे मूल्यवान ऑटोमोटिव ब्रांड था।लिस्ट में भारतीय ऑटोमोबाइल ब्रांड में महिंद्रा सबसे ऊपर है।रैंकिंग के हिसाब से महिंद्रा 30वें नंबर है।पिछले साल महिंद्रा की 44वीं पोजिशन पर थी।अन्य भारतीय ऑटोमोबाइल ब्रांडों में मारुति सुजुकी 40वें नंबर पर है, जो पिछले साल की 45वीं पॉजिशन से ऊपर है।हालांकि, मारुति सुजुकी पूरी तरह से एक भारतीय कंपनी नहीं है, क्योंकि इसकी बड़ी हिस्सेदारी सुजुकी के पास है, लेकिन भारत में मारुति सुजुकी सबसे बड़ी है कार निर्माता है।
यह सुजुकी और मारुति उद्योग लिमिटेड के बीच सहयोग का परिणाम है। अन्य भारतीय ऑटो कंपनियों में बजाज ऑटो को चार्ट में 48 वें स्थान पर रखा गया है, जो पिछले साल की रैंकिंग से पांच स्थान नीचे है।2022 में बजाज ऑटो 43वें स्थान पर था।इसके अलावा टाटा मोटर्स, टीवीएस, हीरो मोटोकॉर्प, रॉयल एनफील्ड और अशोक लीलैंड जैसे कुछ अन्य भारतीय ऑटो निर्माता भी हैं, जिन्होंने दुनिया की 100 सबसे मूल्यवान वैश्विक ऑटोमोटिव ब्रांडों में जगह बनाई है।हीरो मोटोकॉर्प को लिस्ट में 52 वें नंबर पर रखा गया है, जो पिछले साल की 48वीं रैंकिंग से नीचे है।
टाटा मोटर्स को चार्ट में 61 वें स्थान पर रखा गया है, जो पिछले साल की 69वीं रैंकिंग से ऊपर है। रॉयल एनफील्ड को भी पिछले साल की 87 की रैंकिंग से 79वें स्थान पर रखा गया है। कमर्शियल वाहन निर्माता अशोक लीलैंड को 78वें स्थान पर रखा गया है, जो पिछले साल के 81वें स्थान से थोड़ा ऊपर है। एक और घरेलू दोपहिया और तिपहिया वाहन प्रमुख टीवीएस मोटर्स को 76वीं पॉजिशन पर रखा गया है, जो कि 2022 की 84 की स्थिति से काफी ऊपर है।