कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर एंथनी रोटा ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया, जब 1981 में एक पार्टी में नाजी वर्दी पहने उनकी एक तस्वीर ऑनलाइन सामने आई।
रोटा ने इस तस्वीर के लिए माफी मांगते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि यह “एक युवावस्था का अविवेक” था और उन्हें “उस समय नाजी वर्दी का पूरा महत्व नहीं समझा था।” उन्होंने कहा कि उन्हें इस तस्वीर के लिए “गहरा अफसोस और शर्म” है और वह “उन सभी से गंभीरता से माफी मांगते हैं जो आहत या नाराज हुए हैं।”
रोटा का इस्तीफा ऐसे समय आया है जब कनाडा घृणा अपराधों और श्वेत वर्चस्व में वृद्धि से जूझ रहा है। हाल के वर्षों में, अल्पसंख्यक समूहों को लक्षित करने वाली हिंसा और बर्बरता की कई उच्च-प्रोफ़ाइल घटनाएं हुई हैं।
रोटा का इस्तीफा नफरत और कट्टरता के खिलाफ सतर्क रहने के महत्व की याद दिलाता है। यह भी एक अनुस्मारक है कि हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि हम खुद को नफरत के इतिहास और इससे जुड़े प्रतीकों के बारे में शिक्षित करें।
कनाडा की प्रतिक्रिया रोटा के इस्तीफे पर
रोटा के इस्तीफे पर कनाडाई लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ ने उन्हें उनके कार्यों की जिम्मेदारी लेने और अपने पद से इस्तीफा देने के लिए सराहा। दूसरों ने नाजी वर्दी पहनने और जल्दी माफी न मांगने के लिए उनकी आलोचना की।
प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि रोटा का इस्तीफा “सही काम” था। उन्होंने कहा कि नाजी वर्दी में रोटा की तस्वीर “कई कनाडाई लोगों के लिए बहुत ही अपमानजनक और आहत करने वाली” थी।
विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता, पियरे पोइलिएवरे ने कहा कि रोटा का इस्तीफा “हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए एक नुकसान” था। उन्होंने कहा कि रोटा “एक अच्छे आदमी थे जिन्होंने गलती की।”
रोटा का इस्तीफा नफरत और कट्टरता के खिलाफ सतर्क रहने के महत्व की याद दिलाता है। यह भी एक अनुस्मारक है कि हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि हम खुद को नफरत के इतिहास और इससे जुड़े प्रतीकों के बारे में शिक्षित करें।
रोटा के कार्य गलत और आहत करने वाले थे, लेकिन उन्होंने माफी मांगी और अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब हमें आगे बढ़ना चाहिए और एक अधिक समावेशी और सहिष्णु कनाडा बनाने पर ध्यान देना चाहिए।