प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से उनके निजी निवास पर हुई मुलाकात में कहा, “हमारे भारत में कहते हैं, जब दिल के दरवाजे खुलते हैं, तो घर के दरवाजे भी खुल जाते हैं। आपने आज अपने घर के दरवाजे हमारे लिए खोल दिए हैं, जबकि हम जानते हैं कि आपके दिल के दरवाजे पहले से ही हमारे लिए खुले हैं।”
नई दिल्ली। मोदी और बाइडन की यह बैठक भावनात्मक माहौल में हुई, जो विलमिंगटन में बाइडन के निजी निवास पर आयोजित की गई। पिछले चार वर्षों में भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत बनाने में दोनों नेताओं की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, और यह उनकी अंतिम आधिकारिक बैठक थी।
बाइडन ने अगले राष्ट्रपति चुनाव में भाग न लेने का निर्णय लिया है, जिससे बैठक के दौरान भावनाएं और भी गहरी हो गईं। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस भावुक माहौल का जिक्र किया।
द्विपक्षीय सहयोग और वैश्विक मुद्दे
मोदी और बाइडन की चर्चा में द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ कई वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत हुई। बाइडन ने मोदी की यूक्रेन यात्रा की सराहना की, और कहा कि भारत की ओर से यूक्रेन को भेजी गई मदद भी महत्वपूर्ण है। दोनों नेताओं ने यूक्रेन-रूस विवाद, पश्चिमी एशिया की स्थिति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता पर भी विचार-विमर्श किया।
पीएम मोदी की तारीफ
राष्ट्रपति बाइडन ने पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा और क्वाड संगठन को मजबूत बनाने के लिए उनकी कोशिशों की तारीफ की। उन्होंने विकासशील और गरीब देशों की आवाज को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने में मोदी के योगदान को भी सराहा।