दूल्हें को नोटों की माला पहनाना, आरबीआई के नियमों कें खिलाफ

Dharmender Singh Malik
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नई दिल्ली । इनदिनों शादी-ब्याह का सीजन चल रहा है। उत्तर भारत में एक आम चलन हैं कि दूल्हा नोट की माला पहन कर घोड़ी पर चढ़ता है। लेकिन अब एक अलग सी घटना दिखने लगी है। झपटमार दूल्हे के गले से नोटों की माला छीन का भाग जा रहे हैं। यदि दूल्हे के गले में 500 रुपये के नोट की माला हो और माला को बनाने में 100 नोटों का भी उपयोग हुआ हैं, तब यह मामला 50 हजार रुपये का होता है। यह हुआ दूल्हे के नुकसान की बात। लेकिन आपकों पता है कि करेंसी नोट की माला बनाना रिजर्व बैंक के नियमों के खिलाफ है?

उत्तर भारत के कई राज्यों में यह रिवाज खूब लोकप्रिय है। कहीं सिर्फ दूल्हे नोट की माला पहनते हैं, तब कहीं दुल्हन को भी नोटों की माला पहनाई जाती है। शादी के परिधान जिस दुकान में मिलते हैं, उसी दुकान में नोटों की माला भी बिकती है। इस समय 10 रुपये, 20 रुपये और 50 रुपये के नोटों की माला काफी बिक रहे हैं। अमीर व्यक्ति 100 और 500 रुपये के नोटों से बने माला भी पहन रहे हैं। इस माला में उपयोग हुए नोटों का तब दाम देना ही पड़ता है, माला बनाने की मजदूरी भी चुकानी होती है।

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बीते 27 जनवरी को खबर आई थी। पश्चिमी दिल्ली में एक दूल्हे की बारात चल रही थी। दूल्हे के गले में 500 रुपये के नोट की माला थी। उसमें 329 नोट लगे थे। मतलब कि उस माले में 1,64,500 रुपये का उपयोग हुआ था। एक नाबालिग झपटमार ने दूल्हे के गले से वह माला झपटकर भाग गया। हालांकि बाद में वह पकड़ा गया। तब पता चला कि उस नाबालिग से भी कोई बालिग व्यक्ति नोट उस वक्त झपट कर फरार हो गया जब वह माला से पिन को निकाल कर नोट सहेज रहा था। लेकिन आपकों पता हैं कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया करेंसी नोट का माला बनाने से रोकता है।

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बैंक ने इस बारे में नियम बना रखा है। आरबीआई के नियम में स्पष्ट कहा गया है कि करेंसी नोटों का उपयोग सिर्फ लेन-देन के लिए किया जाना चाहिए। इस स्टेपल करना, इसकी माला बनाना, या नोट को पंडाल में लगाना आदि मना है। रिजर्व बैंक ने इस बारे में एक क्लीन नोट पॉलिसी बना रखी है।

आरबीआई समय समय पर आम जनता से इस बारे में अपील भी करता रहता है कि माला बनाने के लिए नोटों का उपयोग ना करें। ऐसा करने से नोट की उम्र घट जाती है। रिजर्व बैंक ने नोट की माला बनाने से निषेध किया है। लेकिन ऐसा करने वालों के खिलाफ कोई दंड का प्रावधान नहीं है।

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रिजर्व बैंक सिर्फ अपील करके रह जाता है। इसलिए नोट की माला पहनने वालों या उसे बनाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। हालांकि, कोई बैंककर्मी किसी नोट पर स्टेपल करता है, तब इसके बाद कार्रवाई हो जाती है। लेकिन कोई कारोबारी अपने फायदे के लिए ऐसा करता है तो उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं नहीं होती है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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