कुट्टू का आटा: असली या नकली? जानिए कैसे करें पहचान

Honey Chahar
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कुट्टू का आटा व्रत के दौरान एक प्रमुख खाद्य पदार्थ है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। लेकिन, बाजार में मिलावटी कुट्टू का आटा मिलना आम बात है। इसलिए, असली और नकली कुट्टू के आटे में अंतर करना बहुत जरूरी है।

कुट्टू का आटा क्या है?

कुट्टू या बकवीट एक बीज है जिसे पीसकर आटा बनाया जाता है। यह ग्लूटेन मुक्त होता है और इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। कुट्टू, जिसे अंग्रेजी में बकवीट (Buckwheat) कहा जाता है, किसी अनाज से संबंधित नहीं होता है। इसका लैटिन नाम फैगोपाइरम एस्कलूलेंट है और यह पौलीगोनेसिएइ परिवार का सदस्य है। कुट्टू के बीजों को पीसकर आटा तैयार किया जाता है, जिसे कुट्टू का आटा कहा जाता है। भारत में यह जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे क्षेत्रों में उगाया जाता है और इसमें कई पोषक तत्व होते हैं।

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कुट्टू के आटे के फायदे

  • पाचन में सुधार: कुट्टू का आटा फाइबर से भरपूर होता है जो पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है।
  • वजन घटाने में सहायक: यह कम कैलोरी वाला होता है और वजन घटाने में मदद कर सकता है।
  • डायबिटीज के लिए फायदेमंद: कुट्टू का आटा ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • हृदय स्वास्थ्य: यह हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
  • त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

कुट्टू के आटे की शेल्फ लाइफ

  • गेहूं के आटे की तुलना में कुट्टू के आटे की शेल्फ लाइफ कम होती है।
  • फ्रिज में रखने पर कुट्टू का आटा लगभग 3 महीने तक अच्छा रहता है, जबकि कुट्टू के बीजों की शेल्फ लाइफ करीब 6 महीने होती है।
  • आटे को सूरज की रोशनी और नमी से दूर रखें, क्योंकि नमी से बैक्टीरिया और फंगस उत्पन्न हो सकते हैं।
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असली और नकली कुट्टू के आटे में अंतर कैसे करें?

  • रंग: असली कुट्टू का आटा थोड़ा गहरा भूरा होता है। यदि रंग बहुत हल्का या ग्रे है तो संभवतः इसमें मिलावट हो सकती है।
  • स्पर्श: असली कुट्टू का आटा थोड़ा खुरदरा होता है। यदि यह बहुत चिकना है तो संदेह करना चाहिए।
  • गंध: असली कुट्टू के आटे की कोई खास गंध नहीं होती। यदि इसमें कोई अजीब सी गंध आ रही है तो इसका मतलब है कि यह खराब हो गया है या इसमें मिलावट हुई है।
  • गुंधने पर: असली कुट्टू का आटा अच्छी तरह से गूंथ जाता है और उसमें लोच होती है। यदि यह बिखर रहा है तो यह नकली हो सकता है।
  • पानी में मिलाने पर: असली कुट्टू का आटा पानी में मिलाने पर थोड़ा गाढ़ा हो जाता है। यदि यह पानी में पूरी तरह से घुल जाता है तो संभवतः इसमें स्टार्च या अन्य पदार्थ मिलाए गए हैं।
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मिलावटी कुट्टू के आटे के खतरे

मिलावटी कुट्टू के आटे का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि पाचन समस्याएं, एलर्जी, और अन्य गंभीर बीमारियां। हाल ही में आगरा में कुट्टू के आटे के कारण 50 लोगों की गंभीर बीमारियों की रिपोर्ट आई है, जिसमें उल्टी, दस्त और चक्कर आने जैसी समस्याएँ शामिल हैं। इसलिए, कुट्टू का आटा खरीदते समय सावधानी बरतना आवश्यक है।

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