आज पूरे देश में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है, और इस दिन सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही कई मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो चुकी है। मकर संक्रांति के बाद शादी के शुभ मुहूर्त की तिथि तय की गई है, जिससे एक बार फिर शहनाइयां गूंजने वाली हैं।
खरमास के बाद शुभ कार्यों की शुरुआत
ज्यादातर हिंदू विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों को खरमास के दौरान रोक दिया जाता है। इस समय सूर्य देव का मकर राशि में प्रवेश होना, और उत्तरायण की ओर बढ़ना, शुभ माना जाता है। इसलिए मकर संक्रांति के बाद से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है, और विवाह के लिए पुनः मुहूर्त घोषित किए गए हैं।
विवाह को 16 संस्कारों में एक अहम स्थान
हिंदू धर्म में विवाह को 16 संस्कारों में एक महत्वपूर्ण संस्कार माना गया है। विवाह का यह कार्य व्यक्ति के जीवन में एक नई शुरुआत और बदलाव का प्रतीक होता है। विवाह का शुभ मुहूर्त देखना हर परिवार के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इससे उनके जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
2025 में विवाह मुहूर्त की तारीखें
जनवरी में विवाह मुहूर्त:
16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 तारीख
16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 तारीख
फरवरी में विवाह मुहूर्त:
2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 20, 21, 23 और 25 तारीख
2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 20, 21, 23 और 25 तारीख
मार्च में विवाह मुहूर्त:
1, 2, 6, 7 और 12 तारीख
1, 2, 6, 7 और 12 तारीख
अप्रैल में विवाह मुहूर्त:
14, 16, 18, 19, 20, 21, 23, 23, 29 और 30 तारीख
14, 16, 18, 19, 20, 21, 23, 23, 29 और 30 तारीख
मई में विवाह मुहूर्त:
1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24 और 27 तारीख
1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24 और 27 तारीख
जून में विवाह मुहूर्त:
2, 4, 5, 7 और 8 तारीख
2, 4, 5, 7 और 8 तारीख
नवंबर में विवाह मुहूर्त:
2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 तारीख
2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 तारीख
दिसंबर में विवाह मुहूर्त:
4, 5 और 6 तारीख
4, 5 और 6 तारीख
इन महीनों में नहीं होंगे विवाह
वहीं, कुछ ऐसे महीने हैं जिनमें विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। ये महीने हैं जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर। इसका कारण यह है कि इन महीनों में भगवान श्री विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं, जिससे विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों को स्थगित कर दिया जाता है।