विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी करते हुए भारत में कंडोम के इस्तेमाल में लगातार कमी पर चिंता व्यक्त की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले कुछ वर्षों में फिजिकल रिलेशनशिप के दौरान कंडोम का उपयोग कम हुआ है, जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को कंडोम के महत्व के बारे में लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
WHO की रिपोर्ट में कहा गया कि लोगों के बीच कंडोम के इस्तेमाल को लेकर सामाजिक और सांस्कृतिक शर्म का कारण एक बड़ा मुद्दा बन रहा है, जिसके चलते कंडोम का उपयोग घट रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय कंडोम के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रहा है, लेकिन फिर भी इस दिशा में बदलाव नहीं आ पा रहा है।
कंडोम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किस राज्य में?
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सबसे ज्यादा कंडोम का उपयोग केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली में किया जाता है। यहां के 10,000 जोड़ों में से 993 जोड़े फिजिकल रिलेशन के दौरान कंडोम का उपयोग करते हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश का नंबर आता है, जहां पर 10,000 जोड़ों में से 978 जोड़े कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।
दूसरे राज्यों का हाल
कंडोम के उपयोग में अन्य राज्यों का हाल कुछ बेहतर है, जबकि कई राज्यों में इसका उपयोग बहुत कम है। रिपोर्ट के मुताबिक:
- पुडुचेरी में 10,000 में से 960 जोड़े कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।
- हिमाचल प्रदेश में 567 जोड़े, राजस्थान में 514 जोड़े, और गुजरात में 430 जोड़े कंडोम का उपयोग करते हैं।
- पंजाब में 895 जोड़े, चंडीगढ़ में 822 जोड़े, और हरियाणा में 685 जोड़े कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।
इसके बावजूद, कर्नाटक का स्थान इस लिस्ट में काफी नीचे है, जहां केवल 307 जोड़े 10,000 में से कंडोम का उपयोग करते हैं। यह स्थिति चिंताजनक है और कंडोम के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।
कंडोम के इस्तेमाल में कमी की वजह
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल औसतन 33.07 करोड़ कंडोम खरीदे जाते हैं। उत्तर प्रदेश (UP) में हर साल 5.3 करोड़ कंडोम की खपत होती है, लेकिन इसके बावजूद कंडोम के इस्तेमाल में कमी आई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि देश में 6% लोग अभी भी कंडोम के बारे में नहीं जानते हैं, जबकि 94% लोग ही कंडोम के उपयोग के बारे में जानते हैं।
यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि कंडोम के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता की आवश्यकता है और साथ ही सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव लाना भी जरूरी है।
कंडोम के इस्तेमाल की जरूरत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कंडोम का सही तरीके से इस्तेमाल न केवल यौन संचारित रोगों (STDs) और HIV/AIDS जैसी बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है, बल्कि यह अनचाहे गर्भ की समस्या को भी नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, कंडोम का उपयोग व्यक्ति की सेहत को भी सुरक्षित रखने में मदद करता है, क्योंकि यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में सहायक है।
भारत में कंडोम के इस्तेमाल में कमी का मुद्दा गंभीर है, और इस पर सुधार के लिए जागरूकता फैलाना आवश्यक है। सरकार और विभिन्न स्वास्थ्य संगठन कंडोम के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई अभियान चला रहे हैं, लेकिन इस दिशा में बदलाव लाने के लिए समाज को मानसिक रूप से तैयार करना भी बेहद जरूरी है।