नई दिल्ली: देश के इतिहास में पहली बार, केंद्र सरकार ने 60+, 70+ और 75+ उम्र के बुजुर्गों के लिए एक साथ कई नई योजनाओं की घोषणा की है. इन योजनाओं का मकसद केवल पेंशन देना नहीं, बल्कि उन्हें आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य के हर मोर्चे पर मजबूत बनाना है. सरकार की यह पहल बुजुर्गों को राष्ट्र निर्माण में एक मूल्यवान भागीदार के रूप में देखती है. आइए जानते हैं इन योजनाओं के बारे में विस्तार से.
60+ के लिए मासिक पेंशन और 70+ के लिए मुफ्त हेल्थ चेकअप
- 60+ वालों को हर महीने पक्की पेंशन: 60 साल से अधिक उम्र के ऐसे बुजुर्ग, जिनके पास कोई नियमित आय नहीं है, उनके लिए एक नई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना शुरू की गई है. इस योजना के तहत, उन्हें हर महीने ₹3,000 से ₹5,000 तक की पेंशन मिलेगी. आवेदन की प्रक्रिया बेहद आसान है, जो ऑनलाइन पोर्टल या नजदीकी सीएससी केंद्र के माध्यम से की जा सकती है. इसके लिए केवल आधार कार्ड, उम्र का प्रमाण और बैंक खाता चाहिए.
- 70+ को मुफ्त हेल्थ चेकअप और दवाइयां: 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को अब हर महीने मुफ्त हेल्थ चेकअप मिलेगा. इसके लिए हर जिले में “वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य केंद्र” बनाए जाएंगे. इन केंद्रों पर बीपी, शुगर, थायरॉइड और जोड़ों के दर्द जैसी बीमारियों की दवाइयां भी मुफ्त दी जाएंगी. इन केंद्रों में व्हीलचेयर और हेल्पिंग स्टाफ जैसी सुविधाएँ भी होंगी.
75+ के लिए मुफ्त इलाज और यात्रा में छूट
- 75+ को मुफ्त इलाज और अस्पताल सेवा: 75 साल या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग किसी भी सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज करवा सकेंगे. आयुष्मान भारत योजना के तहत उन्हें गोल्ड कार्ड मिलेगा, जिसमें ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज शामिल होगा. इसके साथ-साथ, ज़रूरत पड़ने पर मुफ्त एंबुलेंस सेवा भी मिलेगी.
- ट्रेन में रिजर्व सीट और किराए में राहत: 60 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं अब ट्रेन टिकट पर डिस्काउंट पा सकेंगी. वहीं, 70+ और 75+ बुजुर्गों को स्लीपर और सेकंड क्लास में पूरे किराए की छूट मिल सकती है. इसके अलावा, हर ट्रेन में बुजुर्गों के लिए कुछ सीटें रिजर्व रहेंगी.
वृद्धजन कल्याण कार्ड और अकेले रहने वालों के लिए सुरक्षा
- वृद्धजन कल्याण कार्ड: अब बुजुर्गों को हर सुविधा के लिए अलग-अलग कार्ड की ज़रूरत नहीं होगी. सरकार एक “वृद्धजन कल्याण कार्ड” जारी करेगी, जिससे पेंशन, स्वास्थ्य सेवा, सब्सिडी, डिजिटल हेल्थ चेकअप और टेलीमेडिसिन जैसी सभी सुविधाएँ मिलेंगी. यह कार्ड आधार और मोबाइल से लिंक होगा.
- अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिए हेल्पलाइन: जो बुजुर्ग अकेले रहते हैं या जिनके परिवार दूर हैं, उनके लिए एक 24×7 हेल्पलाइन नंबर और विशेष सुरक्षा सेवा शुरू की गई है. इसके साथ ही, हर जिले में एक वरिष्ठ सुरक्षा सेल बनाया जाएगा जो बुजुर्गों की सुरक्षा और देखभाल सुनिश्चित करेगा.
- डिजिटल शिक्षा और योगा सेशन: बुजुर्गों को स्मार्टफोन चलाना और यूपीआई ट्रांजेक्शन करना सिखाने के लिए डिजिटल साक्षरता कैंप लगाए जाएंगे. इसके अलावा, योग, ध्यान और मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित मुफ्त सेशन्स भी आयोजित होंगे.
भारत सरकार की यह पहल दिखाती है कि अब देश अपने बुजुर्गों के सम्मान और कल्याण को प्राथमिकता दे रहा है. इन योजनाओं के सही क्रियान्वयन से भारत बुजुर्गों के लिए एक सुरक्षित और संवेदनशील देश बन सकता है.
अस्वीकरण (Disclaimer)
यह लेख केवल सामान्य सूचना के उद्देश्यों के लिए है. इसमें दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी योजनाओं पर आधारित है. योजनाओं की पात्रता, लाभ और आवेदन की प्रक्रियाएँ समय-समय पर बदल सकती हैं और आपके राज्य या स्थानीय प्रशासन के नियमों के अनुसार अलग भी हो सकती हैं.
हमारा सुझाव है कि किसी भी योजना के लिए आवेदन करने से पहले, कृपया संबंधित सरकारी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या अपने नजदीकी सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) केंद्र से संपर्क करके नवीनतम और सटीक जानकारी प्राप्त करें. यह सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है कि आप सही और अद्यतन जानकारी के आधार पर ही आवेदन करें.