नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण संबोधन दिया। लुटियंस जोन के पंडित रवि शंकर शुक्ला लेन स्थित कार्यालय में उनके विचारों को सुनने के लिए पूरी दिल्ली से पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक जुटे थे। इस अवसर पर केजरीवाल ने ‘लेटर बम’ फोड़ते हुए उपराज्यपाल पर तीखा हमला किया।
जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल का खुलासा
केजरीवाल ने अपने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय के नारे से की। उन्होंने कहा, “मैं ऊपर वाले का आभारी हूं, जिनके आशीर्वाद से हम अपने दुश्मनों से लड़ पा रहे हैं। जेल में मुझे सोचने और पढ़ने का समय मिला, और भगत सिंह की डायरी मैंने कई बार पढ़ी है। आप सभी को भी पढ़नी चाहिए।”
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह की शहादत के 95 साल बाद उन्होंने उपराज्यपाल को एक पत्र लिखा था, जिसमें 15 अगस्त को झंडा फहराने की बात थी। लेकिन, उनके अनुसार, पत्र वापस कर दिया गया और उन्हें चेतावनी दी गई कि अगर उन्होंने फिर से ऐसा किया तो उनकी परिवार से मुलाकात बंद कर दी जाएगी। केजरीवाल ने इस चेतावनी को जीवनभर याद रखने की बात कही।
कार्यकर्ताओं का जोश
पार्टी कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने ‘जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल छूट गए’ और ‘सत्यमेव जयते, केजरीवाल जी आ गए’ जैसे नारे लगाए और पोस्टर लहराए। कार्यकर्ताओं ने इस बात को मान्यता दी कि कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें देश को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं, और इस स्थिति का सामना करने में ईमानदारी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
उत्साह से भरे कार्यकर्ता
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन, डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के बाहर आने से पार्टी कार्यकर्ताओं में अत्यधिक उत्साह है। वे अब पहले से अधिक ताकत के साथ देशहित में काम करने के लिए तैयार हैं।
जमानत और आगे की योजना
केजरीवाल को शुक्रवार (13 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट से आबकारी नीति मामले में जमानत मिली थी। जेल से निकलने के बाद, उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता के साथ कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन किए। इसके साथ ही, उन्होंने हरियाणा में पार्टी के राजनीतिक अभियान को आगे बढ़ाने की दिशा में पहला कदम उठाया। अब, वह राजधानी के प्रशासन की बागडोर फिर से संभालने के लिए तैयार हैं।