सरकार ने नर्सिंग होम में मोनोपॉली दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है। अब मरीजों को सस्ती दवाएं मिल सकेंगी।
नई दिल्ली: मरीजों को महंगी दवाएं खरीदने से राहत मिलने वाली है। सरकार ने नर्सिंग होम में मोनोपॉली दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है। अब नर्सिंग होम में चल रही दवा की दुकानों पर मोनोपॉली की दवाएं नहीं बेची जा सकेंगी।
सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी किए हैं कि वे नर्सिंग होम में दवाओं की बिक्री पर सख्त नजर रखें। जो भी नर्सिंग होम मोनोपॉली की दवाएं बेचते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह फैसला क्यों लिया गया?
- मरीजों पर बोझ: मोनोपॉली की दवाएं बहुत महंगी होती हैं। इससे मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ता है।
- दवा कंपनियों का दबदबा: कुछ दवा कंपनियां मोनोपॉली का फायदा उठाकर दवाओं के दाम मनमाने तरीके से बढ़ाती हैं।
- गुणवत्ता पर सवाल: मोनोपॉली की दवाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठते रहे हैं।
इस फैसले का क्या असर होगा?
- मरीजों को राहत: मरीजों को सस्ती और बेहतर गुणवत्ता वाली दवाएं मिल सकेंगी।
- प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी: दवा कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे दवाओं के दाम कम होंगे।
- दवा कंपनियों पर लगाम: मोनोपॉली का फायदा उठाने वाली दवा कंपनियों पर लगाम लगेगी।