श्रीनगर: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना अब पूरी तरह से एक्शन में है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले के बाद से सेना आरोपियों की तलाश में जुटी है और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर साझा अभियान चला रही है। घटना के 23 दिन बीत जाने के बाद भी हालांकि मुख्य आरोपी फरार हैं, लेकिन उनकी धरपकड़ तेज कर दी गई है और जगह-जगह ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है।
इन कार्रवाइयों के बीच, सेना ने ऑपरेशन सिंदूर का भी आगाज किया और पाकिस्तान में घुसकर 100 से ज़्यादा आतंकियों को मार गिराया। आतंकियों के घरों में पसरे मातम के बीच, सेना अब कश्मीर घाटी में भी दहशतगर्दों को मौत की नींद सुला रही है। भारतीय सुरक्षाबलों ने पिछले 50 घंटों में अलग-अलग एनकाउंटर में 6 आतंकियों को मार गिराया है। बड़ी बात यह है कि ढेर हुए सभी आतंकी लोकल यानी कश्मीरी हैं।
त्राल एनकाउंटर: जैश के 3 आतंकी ढेर
पुलवामा जिले के त्राल में गुरुवार को हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सटीक सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया।
तलाश अभियान के दौरान छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद भीषण मुठभेड़ छिड़ गई। जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। उनकी पहचान यवार अहमद, आमिर नजीर और आसिफ के रूप में हुई है।
शोपियां में भी 3 आतंकी ढेर, लश्कर कमांडर शाहिद कुट्टे भी शामिल
इससे पहले, शोपियां में भी एक और मुठभेड़ में तीन आतंकी मार गिराए गए थे। इनमें लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशन कमांडर शाहिद कुट्टे भी शामिल है। एक अधिकारी ने बताया कि कुट्टे कश्मीर घाटी में आतंकवादियों की भर्ती का जिम्मा संभालता था और उसने कई युवाओं को लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होने के लिए बरगलाया था।
अधिकारी के मुताबिक, मुठभेड़ में कुट्टे के साथ शोपियां के वंदुना मेलहुरा इलाके का रहने वाला अदनान शफी और पड़ोसी पुलवामा जिले के मुर्रान क्षेत्र का निवासी एहसान उल हक शेख भी मारा गया। तीनों आतंकवादी लंबे समय से दक्षिण कश्मीर में सक्रिय थे और कई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में शामिल थे। आतंकियों के पास से एके सीरीज की दो राइफल, भारी मात्रा में गोला-बारूद, ग्रेनेड और अन्य युद्ध संबंधी सामग्री बरामद की गई है।
शोपियां एनकाउंटर पर भारतीय सेना ने बताया कि जिले के केलर जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया एजेंसियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर 13 मई को भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया गया। मुठभेड़ के बाद लश्कर-ए-तैयबा/टीआरएफ के स्थानीय कमांडर सहित तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। सेना ने अपने बयान में कहा कि ये तीनों इस क्षेत्र में हाल की आतंकी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे। इस अभियान की सफलता सभी सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतरीन तालमेल का नतीजा है। भारतीय सेना आतंक को खत्म करने के अपने मिशन में अडिग है।
ऑपरेशन सिंदूर का पाकिस्तान पर कहर: 100 से ज़्यादा आतंकी ढेर
पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पीओके में घुसकर स्ट्राइक की थी। 9 ठिकानों पर किए गए इस हमले में 100 से ज़्यादा आतंकी मारे गए। जैश और लश्कर के कई ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए थे। इस कार्रवाई में जैश प्रमुख मसूद अजहर का पूरा परिवार (कुल 10 लोग) भी मारा गया था, जिससे आतंकियों में मातम पसरा हुआ है।
भारतीय सेना की इस कार्रवाई से पाकिस्तान की सेना बौखला गई थी। उसने बॉर्डर से सटे इलाकों में ड्रोन से कई अटैक करने की कोशिश की, लेकिन उसके सभी हमले विफल रहे। पाकिस्तान पर पलटवार करते हुए भारत ने पाकिस्तान में घुसकर फिर हमला किया और उसके कई एयरबेस को तबाह कर दिया। यह दर्शाता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर दृढ़ है और अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।