मंगलुरु, कर्नाटक: कर्नाटक के मंगलुरु में एक बड़ी डकैती की घटना सामने आई है, जहां चार से पांच बदमाशों ने हथियारों के बल पर कोटेकर सेवा कोऑपरेटिव बैंक से 12 करोड़ रुपये की नकदी लूट ली। यह डकैती उस समय हुई जब शहर में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम चल रहा था और दूसरी ओर, शुक्रवार की नमाज चल रही थी। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्मार्ट चुपके से योजना बनाई गई डकैती
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि बदमाशों ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए दो एक जैसी कारें इस्तेमाल की थीं। जांच में पता चला कि एक कार मंगलुरु की ओर चली गई, जबकि दूसरी कार केरल की दिशा में भाग गई। लुटेरों का यह चालाक तरीका पुलिस को सही दिशा में जांच करने से रोकने के लिए था।
बैंक के सीसीटीवी कैमरे भी इस दौरान काम नहीं कर रहे थे क्योंकि वे रिपेयरिंग के लिए गए हुए थे। पुलिस को शक है कि यह डकैती एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई है। पुलिस के मुताबिक, बदमाशों ने महज 6 मिनट में बैंक से 12 करोड़ रुपये की नकदी और सोना लूट लिया और फिर फरार हो गए।
जांच में सामने आई चौंकाने वाली बातें
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि घटना के बाद लुटेरों ने बैंक के कर्मचारियों के मोबाइल फोन छीन लिए और फिर उन फोन को मंगलुरु-उडुपी सीमा क्षेत्र के हेजमाडी में फेंक दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी फोन जब्त कर लिए हैं, और उनका विश्लेषण जारी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह डकैती किसी बैंक के अंदरूनी आदमी की मदद से हो सकती है। पुलिस को संदेह है कि बैंक का कोई अधिकारी इस डकैती में शामिल हो सकता है, क्योंकि लुटेरों ने न केवल योजना बनाई थी, बल्कि जल्दी से जल्दी लूट को अंजाम दिया था।
पुलिस कार्रवाई और आगे की जांच
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दो टीमों का गठन किया है। पुलिस ने राज्य और जिले की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके और उन्हें जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। पुलिस को उम्मीद है कि बैंक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच से अहम सुराग मिल सकते हैं।
इसके साथ ही, पुलिस ने सभी स्थानीय क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और डकैती में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है।
कर्नाटक पुलिस की सख्ती और संदिग्ध बैंक अधिकारी
बैंक के अंदर कोई भी अधिकारी इस घटना से सीधे जुड़ा हो सकता है, इस पर भी पुलिस की नजर है। यह संभावना जताई जा रही है कि बिना किसी अंदरूनी मदद के बदमाशों के लिए बैंक में इतनी बड़ी डकैती को अंजाम देना मुश्किल था। पुलिस इस जांच को गहरे से देख रही है और सभी संभावित पहलुओं पर काम कर रही है।
कर्नाटक में बढ़ती अपराध दर और पुलिस की चुनौतियां
कर्नाटक में इस प्रकार की डकैती की घटनाएं पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी हैं। पुलिस को न केवल डकैती की वारदातों को सुलझाने की जरूरत है, बल्कि उन्हें अपराधियों के तंत्र को भी नष्ट करना है। अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही इन घटनाओं के मास्टरमाइंड को पकड़ने में कामयाब होंगे।