आगरा: पापा संस्था के संस्थापक दीपक सिंह सरीन पर बेबुनियाद आरोप लगाने वाले मनोज शर्मा को आखिरकार पुलिस ने डेढ़ साल बाद गिरफ्तार कर लिया। मनोज शर्मा पर 2021 में दाखिल किए गए न्यायिक वाद के तहत तीन बेलेबल और 6 नॉन-बेलेबल वारंट जारी हुए थे, लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, हींग की मंडी चौकी प्रभारी बिपिन जी ने सूचना मिलने के बाद कार्रवाई की और मनोज शर्मा को सेठ गली से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। दीपक सिंह सरीन ने इस गिरफ्तारी पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि अब उनका मानहानि केस आगे बढ़ सकेगा।
अरुण भाटिया की गिरफ्तारी का इंतजार
इस गिरफ्तारी के बावजूद एक और वांछित आरोपी, अरुण भाटिया, जो दयालबाग का निवासी है, अभी तक फरार है। दीपक सिंह सरीन ने बताया कि अरुण भाटिया की गिरफ्तारी के बाद ही मानहानि केस में उचित कार्रवाई की जा सकेगी। उन्होंने कमिश्नर से मिलकर अरुण भाटिया की गिरफ्तारी की मांग की है, ताकि दोषियों को जल्द सजा मिल सके और न्याय की प्रक्रिया आगे बढ़ सके।
पुलिस की तत्परता की सराहना
हींग की मंडी चौकी प्रभारी बिपिन जी की तत्परता और सूझबूझ ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस ने मनोज शर्मा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और यह गिरफ्तारी दीपक सिंह सरीन के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। अब उनकी उम्मीदें पूरी होने की ओर बढ़ रही हैं, और दोषियों को सजा दिलाने के लिए उनके प्रयास तेज हो गए हैं।