यूपी मेट्रो ने मकानों में आई दरारों के कारणों का पता लगाने के लिए एक तकनीकी टीम भेजने का निर्णय लिया है। हालांकि, प्रभावित लोग मेट्रो की खुदाई को इस समस्या का मुख्य कारण मान रहे हैं। मकानों में दरार आने से इनकी संरचना में खतरनाक स्थिति पैदा हो गई है, जिससे वहां रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है।
मोतीकटरा के दर्जनभर मकानों में आई दरार, मेट्रो रेल लाइन की जांच करेगा यूपी मेट्रो
आगरा: शहर के मोतीकटरा क्षेत्र में हनुमान चौराहे के आस-पास एक दर्जन से अधिक मकानों में दरारें आ गई हैं, जिससे वहां रहने वाले लोग दहशत में हैं। इन पुराने मकानों में आई दरारों का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि ये दरारें मेट्रो की भूमिगत रेल लाइन की खुदाई के कारण हो सकती हैं, जबकि कुछ लोग इसे लगातार हो रही बारिश से भी जोड़ रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने यूपी मेट्रो के अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने की मांग की है। उनका कहना है कि दरारों के कारण मकानों की संरचना कमजोर हो गई है, जिससे कभी भी किसी बड़ी घटना का खतरा हो सकता है।
यूपी मेट्रो दरारों के कारणों की जांच के लिए तकनीकी टीम भेजेगी
यूपी मेट्रो ने मकानों में आई दरारों के कारणों का पता लगाने के लिए एक तकनीकी टीम भेजने का निर्णय लिया है। हालांकि, प्रभावित लोग मेट्रो की खुदाई को इस समस्या का मुख्य कारण मान रहे हैं। मकानों में दरार आने से इनकी संरचना में खतरनाक स्थिति पैदा हो गई है, जिससे वहां रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है। स्थानीय निवासी यूपी मेट्रो को दोषी ठहराते हुए कहते हैं कि उनकी शिकायतों के बावजूद मेट्रो के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मेट्रो रेल की भूमिगत लाइन उनके घरों के नीचे से गुजर रही है, और इसी खुदाई के कारण दरारें आई हैं।
जांच की जाएगी
आगरा मेट्रो परियोजना के निदेशक अरविंद राय ने कहा कि भूमिगत खुदाई से पहले हमने क्षेत्र के हर मकान का सर्वे कराया था ताकि किसी को भी नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि जर्जर भवनों की सूची नगर निगम को सौंप दी गई थी। अब जिन मकानों में दरार आई है, उनका निरीक्षण किया जाएगा। अगर दरार मेट्रो की भूमिगत लाइन के कारण हुई है, तो यूपी मेट्रो इसे ठीक करेगा। राय ने यह भी कहा कि जनता की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।