अयोध्या, उत्तर प्रदेश: अयोध्या में राम मंदिर के ऐतिहासिक निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर भव्य तीन दिवसीय सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 11 जनवरी से 13 जनवरी 2025 तक चलेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का अभिषेक करेंगे और 100 से अधिक संतों की उपस्थिति में इस ऐतिहासिक पल को मनाया जाएगा।
1. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ
22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, जो हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। अब उस महान क्षण को पूरा एक वर्ष होने जा रहा है और अयोध्या में इस ऐतिहासिक घटना की पहली वर्षगांठ धूमधाम से मनाई जा रही है।
2. तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत
इस विशेष अवसर पर 11 जनवरी 2025 को कार्यक्रमों की शुरुआत हो चुकी है। इन तीन दिनों में कई धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और राम कथा का आयोजन किया जाएगा। राम जन्मभूमि परिसर के विभिन्न स्थानों पर इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मालिनी अवस्थी, अनुराधा पौडवाल, कुमार विश्वास जैसे प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
मंदिर ट्रस्ट ने बताया कि इस अवसर पर राम कथा और रामलीला के प्रदर्शन के साथ-साथ अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए जाएंगे।
3. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिषेक
रामलला के अभिषेक का कार्यक्रम शनिवार, 11 जनवरी को होगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिस्सा लेंगे। वे रामलला का अभिषेक करेंगे और कुबेर टीला पर भक्तों को संबोधित करेंगे।
इसके अलावा, अयोध्या के विभिन्न चौराहों पर 11 से 13 जनवरी तक विभिन्न राज्यों के संगीत समूह और कीर्तन मंडलियां भव्य कीर्तन का आयोजन करेंगी। इस दौरान भक्तगण भगवान राम की महिमा का गुणगान करेंगे और पूरे नगर में धार्मिक माहौल बनेगा।
4. संतों की उपस्थिति
इस आयोजन में 100 से अधिक वीआईपी मेहमानों और संतों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है। उत्तर प्रदेश सरकार और मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, इस विशेष अवसर पर 100 से अधिक संतों को अयोध्या बुलाया गया है। ये संत उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और अयोध्या से आएंगे। साथ ही, अयोध्या के विभिन्न मंदिरों के पुजारियों को भी इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
5. आम जनता के लिए खुला कार्यक्रम
इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने आम लोगों के लिए भी इस भव्य आयोजन में शामिल होने का अवसर दिया है। वे शास्त्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों, धार्मिक अनुष्ठानों और राम कथा प्रवचन का लाइव अनुभव ले सकेंगे। अयोध्या में विशेष रूप से मंडप और यज्ञशाला में प्रतिदिन धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे।
इसके अलावा, रामलला प्रतिष्ठा द्वादशी के पहले दिन एक विशेष पितांबरी का आयोजन होगा, जो दिल्ली में तैयार किया जा रहा है। यह पितांबरी सोने और चांदी से बनी हुई है, जिसे बहुत ही श्रद्धा और आदर के साथ भगवान रामलला को पहनाया जाएगा।
6. अयोध्या की आध्यात्मिक धरोहर
इस अवसर पर अयोध्या के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को लेकर भी कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अयोध्या को ‘राम की नगरी’ के रूप में जाना जाता है और यहाँ का हर कोना भगवान राम की कथा से जुड़ा हुआ है। इस आयोजन के माध्यम से न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि को भी प्रदर्शित किया जाएगा।