आगरा | उत्तर भारत में सर्दी का सितम लगातार बढ़ता जा रहा है और इसका असर आगरा शहर में भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार की सुबह से ही शहर में शीतलहर और घने कोहरे के कारण मौसम ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने शहरवासियों को परेशान कर रखा है। खासकर सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट के कारण लोग घरों से बाहर निकलने में भी असहज महसूस कर रहे हैं।
कोहरे के कारण दृश्यता में गिरावट
शुक्रवार की सुबह कोहरे की वजह से दृश्यता लगभग शून्य हो गई थी, जिससे वाहनों की आवाजाही में भी समस्या आई। शहर के प्रमुख इलाकों में गाड़ियों की हेडलाइट्स जलती हुई दिखाई दीं, लेकिन फिर भी घने कोहरे ने सड़कों पर चलने वाले लोगों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी। इसके अलावा, लोग अधिकतर घरों में ही रुककर अपने दैनिक कार्यों को पूरा करने की कोशिश कर रहे थे।
बाजारों और सरकारी दफ्तरों में सूनापन
शीतलहर का असर शहर के बाजारों से लेकर सरकारी दफ्तरों तक में महसूस किया गया। सरकारी दफ्तरों में फरियादियों की संख्या पहले के मुकाबले कम देखी गई। ठंड के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे, जिससे सरकारी कामकाज भी प्रभावित हुआ। हालांकि, धूप निकलने के बाद कुछ राहत मिली, लेकिन फिर भी कड़ाके की सर्दी ने लोगों की दिनचर्या को मुश्किल बना दिया।
स्कूलों में शीतकालीन अवकाश, बच्चों को राहत
वहीं, इस शीतलहर के दौरान स्कूली बच्चों को राहत मिली हुई है क्योंकि सभी बोर्डों के स्कूलों और माध्यमिक विद्यालयों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है। इससे बच्चों को कम से कम सर्दी से बचने के लिए घरों में आराम करने का समय मिल रहा है। लेकिन रोजाना के कामों से बाहर निकलने वाले लोग शीतलहर के कारण परेशान हैं।
11 बजे बाद मिली राहत
शुक्रवार को सुबह का कोहरा काफी घना था, जिससे तापमान में गिरावट के साथ ही शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया था। लेकिन जैसे ही 11 बजे के बाद धूप निकली, लोगों ने राहत की सांस ली। धूप निकलने से तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई, लेकिन फिर भी ठंड का असर पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है।
क्या कहती है मौसम विभाग की रिपोर्ट?
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में शीतलहर और ठंड का प्रभाव बढ़ सकता है। आगामी सप्ताह में और अधिक घना कोहरा और कड़ाके की सर्दी का अनुमान जताया जा रहा है। इसलिए, लोगों से अपील की गई है कि वे अतिरिक्त सावधानी बरतें और ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें।
सीज़नल बदलाव और स्वास्थ्य पर असर
विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय शीतलहर का प्रभाव स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। लगातार सर्दी से सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। खासकर बुजुर्गों और छोटे बच्चों को ठंड से बचाना और उन्हें गरम रखने की सख्त सलाह दी जा रही है।