एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में स्थित जिला जेल के जेलर पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एटा जेल में तैनात एक जेल वॉर्डन, दरोगा राजीव हंस कुमार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर जेल प्रशासन और जेलर प्रदीप कश्यप पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वीडियो में राजीव ने कहा कि जेलर प्रदीप कश्यप मुस्लिम लड़कियों को बुलाकर उनके साथ दुर्व्यवहार करने में शामिल हैं।
राजीव ने यह भी आरोप लगाया कि जेल प्रशासन में कार्यरत अन्य अधिकारी, जैसे अरविंद कुमार और डिप्टी जेलर जहान सिंह, जेलर प्रदीप कश्यप के खिलाफ उन्हें उकसाने का काम कर रहे हैं। इस कारण वह मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं और उनकी जीवन स्थिति लगातार खराब हो रही है।
जेल वॉर्डन का गंभीर आरोप
राजीव हंस कुमार ने अपने वीडियो में कहा कि उन्हें छुट्टी नहीं मिल रही है और वह लगातार मानसिक उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वह आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे हैं क्योंकि वह अपनी स्थिति से बेहद परेशान हैं।
वीडियो में यह आरोप लगाए गए हैं कि जेलर प्रदीप कश्यप मुस्लिम लड़कियों को जेल बुलाते हैं और उनके साथ अनैतिक कार्यों में लिप्त होते हैं। इस मामले ने जेल प्रशासन में हलचल मचाई है और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
घटना का जांच शुरू
जेल अधीक्षक अमित चौधरी ने इन आरोपों को निराधार बताया और कहा कि इस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर डालना अनुशासनहीनता के तहत आता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले की उचित जांच की जाएगी और आरोपों की सत्यता की जांच की जाएगी।
अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या दरोगा राजीव हंस कुमार ने अपनी वर्दी का दुरुपयोग किया है और क्या वह सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट करने के हकदार हैं। जेल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए इस पर त्वरित कार्रवाई करने का फैसला किया है।
जेल में उत्पीड़न?, कार्यप्रणाली पर सवाल
राजीव हंस कुमार के वीडियो वायरल होने के बाद एटा जेल में कार्यप्रणाली और सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इस मामले की जांच करने के बाद यह भी तय किया जाएगा कि क्या इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है और जेल में सुधार के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।