आगरा। देश की सुरक्षा में 21 वर्षों तक सेवाएं देने वाले पूर्व सैनिक राघवेंद्र सिंह, आज न्याय के लिए प्रशासनिक उपेक्षा और भूमाफियाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ने पर मजबूर हैं। आगरा के खेरागढ़ निवासी राघवेंद्र ने 2013 में सदर क्षेत्र में 200 वर्गगज का प्लॉट खरीदा था, जिस पर भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है।
देश की सीमाओं पर दुश्मनों से लोहा लेने वाले इस बहादुर सैनिक को अब अपने ही देश में न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। प्रशासन के समक्ष कई शिकायतें करने के बावजूद कब्जाधारियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे राघवेंद्र की न्याय पाने की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं।
भूमाफियाओं की धमकियों और अवैध कब्जे के बाद राघवेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। लेकिन महज 15 दिनों के अंदर भूमाफिया जमानत पर रिहा होकर वापस आ गए और कब्जा छोड़ने से इंकार कर दिया। अब इस पूर्व सैनिक को अपने ही देश में न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने की न्याय की मांग
पूर्व सैनिक राघवेंद्र की इस दुर्दशा को देखते हुए पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने उनके समर्थन में कदम उठाए हैं। समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामले में शीघ्र और सख्त कार्रवाई की मांग की है। समिति ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कब्जा नहीं हटाया गया, तो पूर्व सैनिक सामूहिक आंदोलन करेंगे और धरना प्रदर्शन का रास्ता अपनाएंगे।