नेहरू-गांधी से लेकर अमिताभ बच्चन तक, प्रयागराज की 170 साल पुरानी कचौड़ी का स्वाद महाकुंभ में लें!

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नेहरू-गांधी से लेकर अमिताभ बच्चन तक, प्रयागराज की 170 साल पुरानी कचौड़ी का स्वाद महाकुंभ में लें!

प्रयागराज: महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है और इस खास अवसर पर प्रयागराज की कुछ मशहूर चीजों का स्वाद लेने का आनंद आपको जरूर उठाना चाहिए। जहां एक ओर धार्मिक नगरी में स्नान और दान का महत्व है, वहीं दूसरी ओर प्रयागराज के स्थानीय स्वाद भी अपने आप में एक अलग आकर्षण हैं। महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष स्वादिष्ट अनुभव कचौड़ी के रूप में भी उपलब्ध है। यह कचौड़ी न सिर्फ स्थानीय लोगों के बीच, बल्कि दिग्गज नेताओं और प्रसिद्ध हस्तियों के बीच भी प्रसिद्ध है।

नेतराम मूलचंद की 170 साल पुरानी कचौड़ी दुकान

प्रयागराज की कचौड़ी की बात की जाए तो एक नाम प्रमुख रूप से सामने आता है—नेतराम मूलचंद। यह दुकान 170 साल पुरानी है और यहां की कचौड़ी ने न सिर्फ स्थानीय लोगों का दिल जीता है, बल्कि देश-विदेश से आने वाली मशहूर हस्तियों को भी अपनी ओर आकर्षित किया है। यह दुकान नेहरू और गांधी से लेकर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन तक के दिलों में भी जगह बना चुकी है। अगर आप भी महाकुंभ में आ रहे हैं तो इस स्वादिष्ट कचौड़ी का स्वाद लेना बिल्कुल न भूलें।

देसी घी से बनती है खास कचौड़ी

नेतराम मूलचंद की कचौड़ी की खासियत यह है कि इसे शुद्ध देसी घी में तैयार किया जाता है। इस कचौड़ी के अंदर उड़द दाल और मसालों की विशेष स्टफिंग की जाती है, जो इसके स्वाद को अनोखा बना देती है। कचौड़ी के साथ-साथ यहां की जलेबी भी काफी प्रसिद्ध है। विशेष बात यह है कि इस दुकान की शुरुआत लाला नेतराम ने की थी और अब उनकी पांचवीं पीढ़ी इसका संचालन कर रही है।

कचौड़ी के साथ मिलता है खास स्वाद

नेतराम की दुकान पर कचौड़ी की एक थाली 80 रुपए में मिलती है। इस थाली में आपको 4 पूड़ी (कचौड़ी), तीन तरह की सब्जियां और देसी घी में बनाई गई खास चटनी मिलती है। साथ ही कद्दू-आलू, मटर पनीर, या छोले जैसी सामग्री भी यहां परोसी जाती है। इन स्वादिष्ट पकवानों के साथ-साथ गुलाब जामुन, काला जाम, रसमलाई, मालपुआ, बालूशाही, मोतीचूर के लड्डू, मलाई रोल और गुजिया जैसी मिठाइयां भी यहां की विशेषताएं हैं।

स्नैक्स के रूप में समोसा और अन्य चीजें

यहां कचौड़ी के अलावा शाम के स्नैक्स के तौर पर समोसा भी खूब बिकता है। इस दुकान पर सुबह 7 बजे से ही लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है, और लोग यहां की खास कचौड़ी और मिठाइयों का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं।

महाकुंभ के दौरान न भूलें यहां की कचौड़ी का स्वाद

प्रयागराज महाकुंभ में स्नान और दान के साथ-साथ स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेना भी एक खास अनुभव होता है। अगर आप महाकुंभ में आएं तो नेतराम मूलचंद की कचौड़ी और जलेबी का स्वाद लेना न भूलें। यह एक बार खाने पर आपका दिल हमेशा यहीं बसा रहेगा और आपको इस स्वाद का स्वाद हर वक्त याद रहेगा।

तो, महाकुंभ में धार्मिक अनुष्ठान और स्नान-दान के बाद एक पल का आराम लें और प्रयागराज के इस प्रसिद्ध कचौड़ी का लुत्फ उठाएं।

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