जैथरा (एटा) – नगर पंचायत जैथरा में ठंड से राहत देने के लिए हर साल अलाव जलाने की योजना बनाई जाती है, लेकिन इस बार लाखों रुपए के बजट के बावजूद नगर में एक भी अलाव नहीं जलाया गया। स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने नगर पंचायत पर अनियमितता के आरोप लगाए हैं। सूत्रों की मानें तो इस योजना में भारी गोलमाल की आशंका जताई जा रही है।
ठंड में ठिठुरते रहे लोग, अलाव के नाम पर लाखों खर्च ?
नगर पंचायत के बजट में अलाव जलाने के लिए मोटी रकम आवंटित की गई थी, लेकिन हकीकत में शहर में कहीं भी अलाव जलते नहीं दिखे। कड़ाके की ठंड में गरीब और जरूरतमंद लोग ठिठुरने को मजबूर थे, अग्र भारत समाचार ने जब इस जन समस्या को प्रकाशित किया तो नगर प्रशासन द्वारा अलाव के नाम पर कोरा दावा किया जा रहा कि अलाव जल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो बिना अलाव जलाए ही लाखों रुपए की लकड़ी जल गई।
स्थानीय लोगों का आरोप – पैसा हजम, सुविधा गायब
नगरवासियों का कहना है कि इस साल की कागजों में योजनाएं बनाई गईं, लेकिन जमीन पर कोई काम नहीं हुआ। एक स्थानीय दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, हर साल नगर में अलाव जलाने की व्यवस्था होती है, लेकिन इस बार हमें तो कहीं भी जलता हुआ अलाव नहीं दिखा, यह सिर्फ सरकारी धन की बर्बादी है।
स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत में हो रही अनियमितताओं की जांच की मांग की है। वहीं, जब इस मुद्दे पर नगर पंचायत अधिकारियों से सवाल किया गया तो वे कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे सके।
क्या होगी कार्रवाई?
अगर सूत्रों की मानें, तो इस बार नगर पंचायत में अलाव जलाने के नाम पर बड़े पैमाने पर गोलमाल हुआ है। सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई करेगा, या फिर यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह दबकर रह जाएगा?