Mahakumbh 2025: अखिलेश यादव, धीरेंद्र शास्त्री, प्रमोद तिवारी, बॉक्सिंग चैंपियन मैरीकॉम ने संगम में की पवित्र डुबकी

3 Min Read
महाकुंभ 2025: अखिलेश यादव, धीरेंद्र शास्त्री, प्रमोद तिवारी, बॉक्सिंग चैंपियन मैरीकॉम ने संगम में की पवित्र डुबकी

आगरा: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में भक्तों और श्रद्धालुओं का हुजूम बढ़ता जा रहा है, और अब तक 11.47 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के लिए 29 जनवरी, मौनी अमावस्या का दिन तय है, लेकिन इससे पहले ही तीर्थनगरी प्रयागराज में धार्मिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं।

आज इस महाकुंभ के पावन अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध धीरेंद्र शास्त्री, राजीव गांधी शिक्षा समिति के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी और बॉक्सिंग की दिग्गज चैंपियन मैरीकॉम ने संगम में पवित्र स्नान किया।

इन प्रमुख हस्तियों का संगम में स्नान करने के बाद महाकुंभ का माहौल और भी धार्मिक और उत्साही हो गया।

पवित्र संगम में स्नान करते हुए राजनीतिक और खेल जगत की हस्तियाँ

महाकुंभ में इस बार धार्मिक, राजनीतिक और खेल जगत की कई प्रमुख हस्तियाँ स्नान करने के लिए पहुंची हैं। अखिलेश यादव का संगम में स्नान महाकुंभ के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और भी बढ़ा गया। वहीं, खेल जगत की दिग्गज बॉक्सिंग चैंपियन मैरीकॉम ने भी संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया। उनके साथ धीरेंद्र शास्त्री, जिनकी बागेश्वर धाम में धार्मिक उपदेश देने के लिए प्रसिद्धि है, और प्रमोद तिवारी, जो राजीव गांधी शिक्षा समिति के अध्यक्ष होने के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी एक प्रमुख नाम हैं, ने भी इस अवसर पर संगम में स्नान किया।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं का अपार जनसमूह

प्रयागराज महाकुंभ में इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ बेमिसाल है। 11.47 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है, और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। पवित्र स्नान के दिन और विशेष अवसरों पर भक्तगण संप्रदायिक एकता और आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति के लिए संगम में आकर स्नान करते हैं। यह महाकुंभ विशेष रूप से धार्मिक आस्थाओं का केंद्र बन चुका है और दुनिया भर से लोग यहां आने का अवसर तलाश रहे हैं।

अगला अमृत स्नान: 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन

महाकुंभ का प्रमुख स्नान 29 जनवरी को होगा, जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के दिन संगम में स्नान करने के लिए जुटेंगे। इस दिन को विशेष रूप से पवित्र माना जाता है और माना जाता है कि इस दिन संगम में डुबकी लगाने से समस्त पापों का नाश होता है। इसके अलावा, विशेष स्नान पर्व के रूप में यह दिन महाकुंभ में अहम भूमिका निभाता है।

 

 

 

 

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version