छात्रवृत्ति व्यवस्था में सुधार और उद्यमिता योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाया जाएगा
आगरा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, समाज कल्याण विभाग और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर का समापन मंगलवार को जेपी होटल, आगरा में हुआ। समापन सत्र में केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने केंद्र और राज्य सरकार की सामूहिक भागीदारी के माध्यम से लक्ष्यों की प्राप्ति पर जोर दिया। उन्होंने चिंतन शिविर के परिणामों को वास्तविकता में लागू करने और अंतिम पायदान पर स्थित व्यक्तियों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
समापन सत्र में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने छात्रवृत्ति योजना की प्रस्तुति देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार छात्रवृत्ति योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों को दूर करने के लिए निरंतर सुधार कर रही है। उन्होंने केंद्र और राज्य के सहयोग से तकनीकी कारणों से छात्रवृत्ति से वंचित छात्रों को लाभ पहुंचाने की दिशा में काम करने का आश्वासन दिया।
असीम अरुण ने कहा कि चिंतन शिविर के निष्कर्षों के आधार पर समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और जनजाति विकास विभाग 10 दिन के अंदर एक समयबद्ध एक्शन प्लान तैयार करेंगे। इस योजना में छात्रवृत्ति व्यवस्था में सुधार और उद्यमिता योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
सत्र के दौरान, भिक्षावृत्ति में लगे व्यक्तियों के पुनर्वास के प्रयासों और ट्रांसजेंडर व विमुक्त जातियों, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों के सामाजिक न्याय को लागू करने के उपायों पर भी चर्चा की गई।