एसडीओ कटेहरी से उपभोक्ता त्रस्त
अंबेडकर नगर | जिले के विद्युत विभाग में इस समय उपभोक्ताओं से ज्यादा से ज्यादा रुपए ऐंठने की होड़ लगी हुई है, जिसमें सबसे आगे चल रहे हैं एसडीओ कटेहरी | साहब का रुतबा यह है कि जिले के विद्युत विभाग के शीर्ष अधिकारी भी उनकी शिकायतों पर आंखें बंद करके बैठ जाते हैं | अब पिछले दिन के ही मामले की बात करें तो साहब ने अधिशासी अभियंता के मार्क किए हुए प्रार्थना पत्र को लेने से इनकार कर दिया था | पहले तो अधिशासी अभियंता ने अपने तेवर दिखाते हुए एसडीओ कटेहरी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की बात कही थी | लेकिन शाम तक आते-आते नवजात अधिशासी अभियंता महोदय ने एसडीओ को सही ठहराते हुए उपभोक्ता पर ही दोष मढ़ना शुरू कर दिया | इससे स्पष्ट हो जाता है कि विभाग में साहब का रुतबा कुछ अलग ही है |
गलत मीटर रीडिंग पर उपभोक्ता पर कर रहे हैं दोषारोपण
वर्तमान समय में सबसे ज्यादा शिकायतें गलत मीटर रीडिंग की आ रही हैं जिसमें कमियां विभाग के मीटर रीडरों की है |जिनके द्वारा बिना स्थलीय निरीक्षण के घर बैठे मनचाहे यूनिट डालकर बिल बना दिए जा रहे हैं और इसमें परेशान उपभोक्ता हो रहे हैं | यह समस्या सबसे ज्यादा उपखंड अधिकारी कटेहरी के क्षेत्र अंतर्गत देखने को मिल रही है | उपभोक्ता बार-बार साहब का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन फिर भी साहब के द्वारा उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है | आए दिन उपभोक्ता और एसडीओ कटेहरी के मध्य हॉट टॉक के वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखने को मिल जाते हैं |
अन्मीटर कनेक्शन पर भी हो रहा है बवाल
अभी भी एसडीओ कटेहरी के क्षेत्र अंतर्गत आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में पुराने कनेक्शन में मीटर नहीं लग पाए हैं, जिसके चलते विभाग ने अपना टारगेट पूरा करने के लिए पूर्व में ऐसे कनेक्शन पर कागजों में मीटर फीड कर दिया था | अब जब ऐसे उपभोक्ता ओ.टी.यस. का लाभ लेने के लिए एसडीओ कटेहरी के चेंबर पहुंचते हैं तो वहां पर उपभोक्ताओं पर मीटर उखाड़ कर फेंकने का आरोप लगा दिया जाता है |
एसडीओ कटेहरी से असंतुष्ट हैं क्षेत्र के उपभोक्ता
यदि आप एसडीओ कटेहरी के कार्यालय से बाहर निकलने वाले उपभोक्ताओं से बातचीत करते हैं तो आपको देखने को मिलता है कि 90 फ़ीसदी से ज्यादा उपभोक्ता असंतुष्ट होकर बाहर निकल रहे हैं | क्योंकि पहले साहब तो समस्याओं को गंभीरता से सुनते ही नहीं और दूसरा तारीख पर तारीख दिए जाते हैं | ऐसे में मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले उपभोक्ता खासा परेशान देखने को मिल रहे हैं |
उपभोक्ताओं की है मांग एसडीओ कटेहरी का हो तबादला
पिछले 30 दिनों में तीन से चार बार एसडीओ का चक्कर लगाकर थक चुके उपभोक्ताओं से जब हमारे संवाददाता ने बात किया तो उनका बस यही कहना था कि जब तक एसडीओ कटेहरी का तबादला नहीं होता तब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता | क्योंकि एसडीओ कटेहरी की शिकायतों को सुनने वाला कोई नहीं है | यदि उच्च अधिकारियों तक शिकायत की भी जाती है तो अंत में पुनः शिकायतकर्ताओं को इसी एसडीओ के पास भेज दिया जाता है और उनकी समस्या जस की तस बनी रहती है |
दागदर छवि के धनी है एसडीओ कटेहरी
एसडीओ कटेहरी कितना ईमानदार है यह जानने के लिए आपको संबंधित एसडीओ के द्वारा रिवाइज्ड किए गए बिलों को देखना होगा | विभाग के ही कर्मचारी दबी आवाज में यह कहते हैं कि साहब दो तिहाई से ज्यादा हिस्सा स्वयं लेते हैं, तब जाकर किसी बिल को रिवाइज करते हैं | यदि उपभोक्ता सही है लेकिन विभाग की कमी के चलते बिल ज्यादा आ गया है तो एसडीओ कटेहरी बिल सही करने में आनाकानी करते नजर आएंगे | लेकिन यदि किसी कर्मचारी के माध्यम से साहब तक लिफाफे की व्यवस्था कर दी जाती है तो आपका काम मिनटों में हो सकता है | आवश्यकता है कि ऐसे दागदार अधिकारियों को सिर्फ ऑफिस कार्य तक ही सीमित रखा जाए जिससे आम जनमानस को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े |