देवास। मप्र के देवास जिले के बागरदा में एक पिता ने अपने 15 साल के बेटे की निर्ममता से से हत्या कर दी। पिता मोहनलाल चौहान ने जितनी बेरहमी से बेटे की हत्या की उससे जानकार आपका रिश्तों पर भरोसा नहीं रहेगा। मोहनलाल ने पहले तो बेटे के दोनों हाथ काटे फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। यही नहीं उसने बेटे के कटे हाथ करीब 400 फुट गहरे बोरवेल में फेंक दिए। फिर लाश खेत किनारे झाड़ियों में फेंक दी।
इस हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया कि 6 दिसंबर को बांगरदा में मेहरबान चौहान के खेत पर एक किशोर का शव झाड़ियों में मिलने की सूचना मिली थी। थाना प्रभारी बरोठा अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक देवास एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवास भी घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों ने शव की पहचान हरिओम चौहान पिता मोहनलाल चौहान (15 वर्ष) के रूप में की। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक और उसके परिवार का ग्राम बांगरदा और आसपास के क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति से कोई भी विवाद नहीं था।
हरिओम के लापता होने के बाद भी परिजनों ने पुलिस की मदद नहीं ली थी। पिता मोहनलाल ने तो बिल्कुल भी उसकी खोज-खबर नहीं ली। 24 घंटे बाद बेटे का शव गांव के बाहर खेत के समीप पड़ा मिला था। दोनों हाथ कोहनी के नीचे से कटे हुए थे। इसी बीच जिला अस्पताल में उसके शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करना धारदार हथियार से हाथ काटना व सिर पर चोट होना पाया गया। मृतक के परिजन द्वारा पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट नहीं कराई गई थी यही से पुलिस का शक उसके पिता पर गया था।
पूछताछ में वह टूट गया और हत्या करना कबूल लिया। बाद में आरोपी की निशानदेही पर कटे हुए हाथों को पुलिस ने बोरवेल से 4 दिन बाद निकाला। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दराता रस्सी आदि बरामद किया। पुलिस ने आरोपी मोहनलाल के साथ उसकी 35 वर्षीय प्रेमिका को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि मोहनलाल के अपने चचेरे भाई की पत्नी से अवैध संबंध थे। बेटे हरिओम ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद महिला ने किशोर हरिओम को रास्ते से हटाने और ऐसा नहीं करने पर खुद जान देने का दबाव बनाया जा रहा था। प्रेमिका की जिद पूरी करने और अवैध संबंध जारी रखने के लिए पिता ने अपने ही बेटे की हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया 15 वर्षीय हरिओम की हत्या 5 दिसंबर को ही पिता मोहनलाल ने कर दी थी। शव घर से दूर फेंक खेत में झाड़ियों के बीच फेंक दिया था।