- बैंक मैनेजर के बगल में बैठने वाले ने अपनी जगह नौकरी लगवाने का झांसा देकर लिए थे तीन लाख
- पीड़ित की पत्नी ने डीएम एसपी को शिकायती पत्र देकर उठाई कार्यवाही की मांग
ललितपुर। बैंक मैनेजर के बगल में कुर्सी लगाकर बैठने वाले एक शख्स में बैंक में केसीसी बनवाने के लिए आये एक पढ़े-लिखे नौजवान से पहचान बनाकर उसको सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगने का काम किया। नौकरी लगवाने के नाम पर नौजवान से लाखों की रकम ले ली और रफूचक्कर हो गया। जब नौजवान की नौकरी नहीं लगी और उसने पैसा लेने वाले शख्स के बारे में छानबीन की, तो वह बैंक का दलाल निकला, जिसे सुनकर उसके होश उड़ गए।
जिसके बाद उसने डीएम एसपी को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग उठाई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई । इसके बाद एक बार फिर पीड़ित अपने परिवार के साथ जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और डीएम के साथ साथ नवागंतुक पुलिस अधीक्षक के नाम शिकायती पत्र देकर मामले में कार्यवाही की मांग उठाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली तालबेहट क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रामपुर निवासी रज्जू राजा पत्नी दरयाव सिंह ने जिलाधिकारी आलोक सिंह और नवागुंतक पुलिस अधीक्षक के नाम शिकायती पत्र देकर पति की नौकरी लगवाने के नाम पर धोखेबाज पर तीन लाख की ठगी करने का आरोप लगाया है।
दिए गए शिकायती पत्र में अवगत कराया गया है कि करीब 5 वर्ष पूर्व उसके पति ने ग्रामीण बैंक बांसी से केसीसी बनवाया था। उसी समय बैंक मैनेजर राहुल मीणा के बगल में बैठने वाले शख्स रतिराम अहिरवार पुत्र बृजलाल अहिरवार निवासी ग्राम बीघा महाबत मजरा गंगासागर से उसके पति की मुलाकात हुई थी और धीरे-धीरे मित्रता जैसे संबंध बन गए थे।
इन संबंधों का फायदा उठाकर तथाकथित रतीराम अहिरवार ने उसके पति को यह भरोसा दिलाया कि वह है अपनी नौकरी छोड़ रहा है क्योंकि उसे वेतन कब मिलता है। वह कहीं और दूसरी जगह नौकरी करेगा, यदि तुम यहां नौकरी करना चाहती हो तो वह तुम्हारी नौकरी लगवा सकता है, जिसके एवज में उसने 3 लाख रुपयों की मांग की थी। जब उसके पति को भरोसा हो गया कि उक्त शख्स के मैनेजर से अच्छे संबंध है और वह नौकरी लगवा सकता है, तब उसने नौकरी लगवाने के नाम पर तथाकथित रतिराम अहिरवार को 3 लाख रुपये दे दिए थे।
पैसे लेने के बाद रतीराम रफूचक्कर हो गया। लेकिन जब करीब दो ढाई महीनों तक उसकी नौकरी नहीं लगी, तब उसने बैंक मैनेजर से संपर्क किया, तो पता चला कि जो बगल में बैठता था वह दलाल किस्म का व्यक्ति था, जो आए हुए लोगों का काम बैंक मैनेजर और अन्य स्टाफ से मिलजुल कर करवाता था। उसके पति को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसके होश उड़ गए और तत्कालीन डीएम एसपी को उक्त घटना के संबंध में शिकायती पत्र दिया था, लेकिन तथाकथित आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई थी। इस शिकायत ही पत्र के माध्यम से महिला ने एक बार फिर डीएम एसपी से उक्त मामले की जांच करा कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग उठाई है।