आगरा: ताज नगरी को एक और गौरव हासिल हुआ है। आगरा मेट्रो रेल परियोजना को देश की सर्वश्रेष्ठ निर्माण परियोजना के रूप में 16वें सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPMRC) को उनकी अभूतपूर्व निर्माण गुणवत्ता, समयबद्ध कार्यप्रणाली और तकनीकी दक्षता के लिए प्रदान किया गया।
सिर्फ़ 23 महीनों में पूरा किया गया भूमिगत प्राथमिक खंड
आगरा मेट्रो परियोजना ने निर्माण क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 23 महीनों में 6 किलोमीटर लंबे भूमिगत प्राथमिक खंड को पूरा करके यह परियोजना देशभर में उदाहरण बन गई है। खास बात यह रही कि सुरंग निर्माण का कार्य मात्र 11 महीनों में सफलतापूर्वक पूरा किया गया। फरवरी में टीबीएम यमुना के लॉन्च से लेकर दिसंबर में सुरंग पूर्ण होने तक की यात्रा ने निर्माण क्षेत्र में नया बेंचमार्क सेट किया है।
पुरस्कार ग्रहण करने पहुंचे परियोजना निदेशक व टीम
दिल्ली में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में यूपीएमआरसी के निदेशक (वर्क्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर) सीपी सिंह और आगरा मेट्रो परियोजना के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार राय ने भाग लिया और पुरस्कार ग्रहण किया। दोनों अधिकारियों ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर टीम को बधाई दी और इसे टीमवर्क, तकनीकी उत्कृष्टता और समय प्रबंधन का नतीजा बताया।
सीआईडीसी की निरीक्षण टीम ने की थी गहन जांच
निर्माण उद्योग विकास परिषद (CIDC) नीति आयोग के तत्वावधान में कार्यरत एक स्वायत्त निकाय है, जो देश भर की निर्माण परियोजनाओं का मूल्यांकन करता है। जनवरी 2025 में सीआईडीसी की एक टीम ने दो दिवसीय निरीक्षण के दौरान आगरा मेट्रो के स्टेशनों, सुरंग निर्माण, तकनीकी मानकों, और डिज़ाइन प्रक्रिया की गहन जांच की थी। इसके बाद ही परियोजना को सर्वश्रेष्ठ निर्माण परियोजना की श्रेणी में चुना गया।
यूपीएमआरसी एमडी सुशील कुमार का बयान
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने इस मौके पर कहा,
“यह सम्मान पूरे UPMRC परिवार और कांट्रेक्टर कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। आगरा मेट्रो टीम ने कठिन चुनौतियों के बावजूद जिस प्रकार समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य किया, वह सराहनीय है।”
उन्होंने आगे कहा कि आगरा मेट्रो परियोजना उत्तर प्रदेश की प्रगति और भारत के बुनियादी ढांचे की मजबूती का प्रतीक बन गई है।