अहमदाबाद, गुजरात: अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे की जांच में एक बड़ा कदम सामने आया है। एयर इंडिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान का कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) यानी ‘ब्लैक बॉक्स’ मिल गया है। इस खोज से हादसे के कारणों का पता लगाने में निर्णायक मदद मिलने की उम्मीद है, जिसने अब तक 270 लोगों की जान ले ली है, जिनमें विमान में सवार 241 यात्री और क्रू के अलावा जमीन पर मौजूद 29 लोग भी शामिल हैं।
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर दोनों बरामद
इससे पहले, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने केवल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) मिलने की पुष्टि की थी। अब अधिकारियों ने जानकारी दी है कि CVR भी बरामद कर लिया गया है। इन दोनों ‘ब्लैक बॉक्स’ की बरामदगी की सूचना रविवार को अहमदाबाद पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा को दी गई। पी.के. मिश्रा ने दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और सिविल अस्पताल जाकर घायलों से भी मुलाकात की।
उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक और जांच एजेंसियों का समन्वय
पी.के. मिश्रा ने अहमदाबाद सर्किट हाउस में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी, AAIB और एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में राहत, बचाव और चल रहे जांच कार्यों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई।
रिलीज के अनुसार, AAIB ने इस दुर्घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। चूंकि विमान अमेरिकी निर्मित बोइंग 787-8 है, इसलिए अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) भी अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत समानांतर जांच कर रहा है। दोनों रिकॉर्डर मिलने से अब जांचकर्ताओं के लिए दुर्घटना के कारणों का पता लगाना अपेक्षाकृत आसान हो जाएगा।
दुर्घटना स्थल का निरीक्षण और पीड़ितों से मुलाकात
लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 (बोइंग 787-8) सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद मेघाणीनगर स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में पाँच एमबीबीएस छात्र सहित जमीन पर भी 29 लोगों की मौत हो गई थी।
पी.के. मिश्रा ने बी.जे. मेडिकल कॉलेज, मेघाणीनगर के पास दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से घटनाक्रम तथा राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। सिविल अस्पताल में उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और डीएनए सैंपल मैचिंग की प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद दी जाए और पूरी प्रक्रिया सहज व संवेदनशील तरीके से पूरी की जाए। उन्होंने घायलों से भी बातचीत की और अस्पताल प्रशासन को उनके इलाज को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।
डीएनए सैंपलिंग प्रक्रिया में तेजी के निर्देश
पी.के. मिश्रा ने गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में भी डीएनए सैंपलिंग प्रक्रिया की समीक्षा की और निर्देश दिए कि वैज्ञानिक सटीकता बनाए रखते हुए पहचान की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए। उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने और सभी संबंधित एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने का संकल्प व्यक्त किया है। इस दौरान पी.के. मिश्रा के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के सलाहकार तरुण कपूर और डिप्टी सेक्रेटरी मंगेश घिल्डियाल भी मौजूद रहे।
यह दुखद हादसा देश के लिए एक बड़ी क्षति है, और सरकार सभी पीड़ितों को न्याय दिलाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध दिख रही है।