आगरा से विदाई लेते समय भावुक हुए पूर्वोत्तर के छात्र, तीन दिन में बन गए जीवन भर के संबंध
फैज़ान खान
आगरा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के प्रतिनिधियों ने जब आगरा से विदाई ली तो उस पल को देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया। हर किसी की जुबां पर बस एक ही बात थी कि तीन दिन के संबंधों में जीवन भर की मधुरता कैसे बन गई। कोई गले मिल रहा था तो कोई एक दूसरे के आशु पोंछ रहा था। कोई तीन दिन की साथ की यादों को जीवन भर संजोने का वादा कर था तो कोई कह रहा था कि अब हम जल्द ही आपके यहां आएंगे।
इस यात्रा के प्रतिनिधि छात्र छात्र पूर्वोत्तर के भले ही थे लेकिन आगरा अब उनके लिए किसी अपने घर से कम नहीं था। तीन दिन, जिस तरह उन्होंने परिवारों के साथ घुल मिल कर बिताए, उससे लग रहा था कि मानो ये इनका जीवन भर का संबंध हो। एबीवीपी की सील यात्रा के प्रतिनिधि शनिवार को ट्रैन द्वारा आगरा से पूर्वोत्तर के लिए रवाना हुए। ये यात्री भले ही थे लेकिन विदाई के समय ऐसा लग रहा था जैसे ये अपने परिवारों को छोड़कर कहीं दूर जा रहे हैं। एक बार को तो सील डेलीगेट्स के विदाई के इस विहंगम दृश्य को देखकर रेलवे स्टेशन पर मौजूद अन्य यात्री भी भावुक हो गए थे।
तीन दिन नहीं ये जीवन भर का रिश्ता है
जिन परिवारों में भारत एकात्मता यात्रा के प्रतिनिधियों ने तीन दिन बिताए, उन परिवारों के सभी सदस्य उन्हें स्टेशन पर छोड़ने आए थे। हर किसी के हाथ में अपने परिवार के इस नए सदस्य को कुछ ना कुछ भेंट करने के लिए उपहार लगा था। अपने बच्चों से ज्यादा सील यात्रा के प्रतिनिधियों की चिंता करते हुए परिवारों को देखा गया। रास्ते में खाने पीने से लेकर, उपहार और अन्य सामग्री भी यात्रा प्रतिनिधियों को भेंट किए गए। आगरा के जिन परिवारों में प्रतिनिधि रुके थे उन्होंने बताया कि ये तीन दिन हमारे जीवन के लिए अनमोल पल बन गए हैं। पूर्वोत्तर के इन छात्रों से हमारा संबंध तीन दिन का नहीं बल्कि जीवन भर का बन गया है।
एबीवीपी द्वारा की गई व्यवस्था को सराहा
सील डेलिगेट्स ने आगरा से विदाई लेते समय तीन दिन की एबीवीपी द्वारा की गई व्यवस्था की जमकर सराहना की। सभी प्रतिनिधि बार बार एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते नजर आ रहे थे। तीन दिन के अंदर इन अतिथियों का को स्वागत सत्कार अखिल भारतीय विद्यार्थी की आगरा टीम द्वारा किया गया उसकी भूरि भूरि प्रशंसा एबीवीपी डेलीगेट्स द्वारा की गई।