गोल्ड मोहर नामक गुटखा दुकानों पर नहीं दे रहा दिखाई, दुकानदार रखते है छिपा कर
खेरागढ़: कस्बे में ही नहीं बल्कि पूरे खेरागढ़ क्षेत्र में गोल्ड मोहर नामक गुटखा की काला बाजारी जोरों पर चल रही है। छोटे दुकानदारों का कहना है कि नगर में गुटखा के थोक व्यापारियों द्वारा ब्लैक की जा रही है। वह ब्लैक से खरीदकर गुटखा ला रहे हैं उसी हिसाब से बेच रहे हैं।
कस्बे में गोल्ड मोहर गुटखा (तम्बाकू) की जमकर कालाबाजारी की जा रही है। कागारौल,नगला कमाल, सरेंधी एवं आसपास के गांवों समेत पूरे खेरागढ़ क्षेत्र में गुटखा के पाउच तय कीमत से कहीं अधिक दाम पर बेचे जा रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि 5 रुपए का गुटखा पाउच अब 15 रुपए के 2 पाउच के हिसाब से मिल रहा है। वहीं, 10 और 20 रुपए वाले पाउच भी 2 रुपए अतिरिक्त दाम पर बेचे जा रहे हैं। जिससे खाने वालों की जेबें ढीली हो रही है।
स्थानीय व्यापारियों का दावा है कि गुटखा की आपूर्ति में कमी के चलते कीमतें बढ़ाई गई हैं। हालांकि, उपभोक्ता इसे कालाबाजारी करार दे रहे हैं।
बाजारों में खुलेआम कालाबाजारी के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। महंगे दामों के बावजूद इन उत्पादों की बिक्री रुकने का नाम नहीं ले रही। यह न केवल आमजन की जेब पर भारी पड़ रहा है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा बन रहा है। स्थानीय लोगों ने इस समस्या पर कड़ी नाराजगी जताई है और प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है,ताकि कालाबाजारी पर रोक लग सके और उपभोक्ताओं को उचित दामों पर गुटखा मिल सके।