फतेहपुर सीकरी (आगरा): फतेहपुर सीकरी कस्बा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आज संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों से भव्य शोभायात्राएं निकाली गईं, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। लोगों ने बाबा साहेब की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कस्बे के शिवपुरी स्थित अंबेडकर पार्क में बाबा साहेब की प्रतिमा पर उप जिलाधिकारी राजेश कुमार जायसवाल, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम, सभासद नौनिहाल सिंह, हनी गोयल, सचिन, सुनील, अल्ताफ कुरेशी और सईद अहमद सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने माल्यार्पण कर बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ब्रज क्षेत्र के मंत्री राहुल चौधरी, मंडल अध्यक्ष विल्सन कुशवाहा, महामंत्री हनी गोयल, मनीष बंसल, कर्मवीर चाहर, शाहिद और लोकन राजपूत ने भी अंबेडकर पार्क पहुंचकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उन्हें नमन किया।
ग्राम सीकरी चार हिस्सा में बाबा साहेब की जयंती पर एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें दर्जनों आकर्षक झांकियां शामिल थीं। इस शोभायात्रा में पूर्व प्रधान महावीर सिंह, ठाकुर वीरी सिंह, पंडित राजकुमार शर्मा, संतोष बघेल, सिद्धार्थ गौतम और दीपचंद मोर आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। शोभायात्रा पूरे गांव में घूमती हुई अंबेडकर पार्क पहुंची, जहां बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
ग्राम दूरा में भी बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती के अवसर पर शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस शोभायात्रा में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम, विजेंद्र कहरवार, भरत सिंह, तुलाराम, विपिन अग्रवाल, आजाद कुमार, शेखर चौधरी, लोकेश पेंटर और ललित कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
ग्राम साथा में ग्राम प्रधान डॉ. सियाराम पिप्पल ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अतिरिक्त, ग्राम जहांन पुर, ग्राम मंडी मिर्जा खान, तेहरा रावत और ग्राम पाली आदि क्षेत्रों में भी अंबेडकर जयंती के अवसर पर शोभायात्राएं निकाली गईं और युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए बाबा साहेब को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
फतेहपुर सीकरी और आसपास के क्षेत्रों में बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती का यह उत्साह और श्रद्धा का माहौल पूरे दिन बना रहा। लोगों ने उनके जीवन और आदर्शों को याद किया और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।