बरेली, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से महिलाओं के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और सोशल मीडिया पर बदनामी के दो गंभीर मामले सामने आए हैं। इन घटनाओं ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है, जिसके बाद पुलिस ने कई आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
फतेहगंज पश्चिमी: बॉयफ्रेंड ने ब्लैकमेल कर रखी शर्मनाक डिमांड

पहला मामला फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के एक गांव का है। यहां रहने वाली एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि मोहल्ले के ही युवक मोहम्मद आजम ने पहले उसे प्रेमजाल में फंसाया। शिकायत के अनुसार, आजम ने महिला से कई बार शारीरिक संबंध बनाए और इस दौरान उसके अश्लील वीडियो भी बना लिए।
जब महिला को पता चला कि मोहम्मद आजम और उसके भाई आशिम व आसिफ नशे के कारोबार में शामिल हैं, तो उसने उनसे दूरी बना ली। इसी बात से नाराज़ होकर आरोपी मोहम्मद आजम ने महिला को वीडियो वायरल करने की धमकी देना शुरू कर दिया। महिला ने आरोप लगाया है कि युवक ने वीडियो भेजकर धमकी दी और अपने दोनों भाइयों के साथ-साथ मौलाना सलमान नाम के व्यक्ति से भी जबरन संबंध बनाने का दबाव डालने लगा।
महिला ने एसएसपी से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस ने मोहम्मद आजम, आशिम, आसिफ और मौलाना सलमान सहित चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

ज्जतनगर: रिश्ता टूटने पर सोशल मीडिया पर बदनाम करने का आरोप
दूसरी घटना इज्जतनगर क्षेत्र की है, जहां दो युवतियों को सोशल मीडिया पर बदनाम करने का मामला सामने आया है। एक महिला ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी का रिश्ता पीर बहोड़ा निवासी तस्लीम से तय हुआ था, लेकिन बाद में पता चला कि तस्लीम नशे का आदी है, जिसके कारण परिवार ने रिश्ता तोड़ दिया।
रिश्ता टूटने के बाद, तस्लीम और उसका भाई कासिम बदले की भावना से उनकी बेटी को बदनाम करने लगे। महिला का आरोप है कि आरोपियों ने उनकी बेटी की अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी और उस पर भद्दी-भद्दी टिप्पणियां लिखीं। उन्होंने लड़की को घर से उठाकर ले जाने की धमकी भी दी। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
वहीं, एक अन्य संबंधित मामले में भी अश्लील फोटो वायरल करने और एक अन्य युवती को परेशान करने पर पुलिस ने छह अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कुल मिलाकर, इन दोनों मामलों में 12 लोगों पर कार्रवाई की गई है, जो महिलाओं की सुरक्षा और ऑनलाइन उत्पीड़न के बढ़ते खतरे को दर्शाते हैं। पुलिस इन मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।
