वाराणसी। भोजपुरी फिल्मों की जानी-मानी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मौत के मामले में आजमगढ़ के भोजपुरी गायक समर सिंह व संजय सिंह के विरुद्ध खुदकुशी के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज है। आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। वह देश छोड़कर भाग नहीं सकें, इसलिए लुक आउट नोटिस जारी किया गया है।
वाराणसी के सारनाथ में एक होटल के कमरे में पिछले दिनों मृत पाई गईं भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मां के वकील शशांक शेखर त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई या सीबीसीआईडी से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने यह भी लिखा है कि आकांक्षा ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उनकी हत्या हुई है। साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर कमिश्नरेट पुलिस पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा है कि आकांक्षा की मां के आग्रह के बावजूद पुलिस ने जबरन अंतिम संस्कार कर दिया, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए था।
भोजपुरी फिल्म उद्योग के कई जाने-माने लोग आकांक्षा का शोषण कर रहे थे और उनके काम के लिए भुगतान नहीं कर रहे थे। आकांक्षा जिस पार्टी में गई थीं, वहां टेबल अरुण व श्रद्धा ने रिजर्व कराई थी। खाने-पीने का बिल 11 हजार रुपये आया था। आकांक्षा के नशे में होने की बात कही जा रही थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके पेट में न तो खाना और न ही अल्कोहल पाया गया। 20 एमएल का कोई भूरे रंग का अनजाना तरल पदार्थ मिला है। उनकी कलाई पर चोट के निशान का उल्लेख है।